
Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले में NEET की तैयारी कर एक छात्रा ने सोमवार रात हॉस्टल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मंगलवार सुबह बच्ची के पिता ने पुलिस में एक रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें हॉस्टल संचालक को आरोपी बनाया गया. अब रातानाडा थाना पुलिस भारतीय न्याय दंड संहिता 103(1) में मामला दर्ज जांच में जुट गई है.
'पुलिस को नहीं दी गई जानकारी'
मृतक का नाम संगीता है. उसके पिता बाबू भाई ने पुलिस की दी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि हॉस्टल संचालक तुषार गहलोत बिना पुलिस को सूचना दिए बच्ची को फंदे से उतारकर अस्पताल लेकर गया. पहले उसने संगीता को गोयल अस्पताल में भर्ती करवाया. इसके बाद वो संगीता को महात्मा गांधी अस्पताल ले गया. बाद मैं उसी ने हमें फोन करके संगीता के सुसाइड की जानकारी दी.
'फंदे से बॉडी उतारकर अकेले टैक्सी में ले गया'
मृतका के पिता का आरोप है कि जब बच्ची का रूम अंदर से बंद था तो उसने गेट कैसे खोला? इतना ही नहीं, घटना के बाद वो आसपास के लोगों को बिना बताए, अकेला ही टैक्सी में संगीता की बॉडी लेकर अस्पताल पहुंच गया.
परिजनों को गला दबाकर मारने का शव
मृतका के पिता को शक है कि तुषार गहलोत ने संगीता के साथ मारपीट करने के बाद उसे गला दबाकर मारा है. बाद में आत्महत्या दर्शाने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया है. अपने बचाव के लिए उसने मौके से सबूतों को भी मिटा दिया है.
बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि अगर तुषार गहलोत ने कुछ नहीं किया होता तो सारी जानकारी, फोटोग्राफी, वीडियो, आसपास और उसकी लड़कियों को बताकर अस्पताल लेकर जाता.
मृतका का पोस्टमार्टम करवाकर शव सौंपा
संगीता पिछले 3 साल से गहलोत पीजी हॉस्टल में रह रही थी और नीट प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही थी. फिलहाल पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिवार वालों को सौंप दिया है. वहीं इस पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है.
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