Rajasthan B.Ed Admission: राजस्थान में बीएड कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है. दो वर्षीय बीएड कोर्स की सभी सीटें भी भर चुकी हैं. हालांकि, चार साल वाले इन्टीग्रेटेड बीएससी-बीएड कोर्स की अभी तक 22 फीसदी सीटें खाली हैं. ये सभी 22 फीसदी सीटें दूसरी काउंसलिंग के बाद भी खाली हैं. पीटीईटी के कोऑर्डिनेटर डॉ. आलोक ने कहा कि खाली सीटें भरने का फैसला बाद में लिया जाएगा.
22 हजार से ज्यादा सीटें निर्धारित
दरअसल, चार साल के बीएससी-बीएड कोर्स में पहले चरण में निर्धारित सीटों से कम रजिस्ट्रेशन हुए हैं. राजस्थान में ये पाठ्यक्रम 415 कॉलेजों में चल रहा है, जिसके लिए 20 हज़ार, 925 सीटें निर्धारित हैं. इन सीटों पर एडमिशन के लिए 19 हज़ार, 856 अभ्यर्थियों ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया है. इसलिए निर्धारित सीटों से 1069 रजिस्ट्रेशन कम होने के कारण बड़ी संख्या में सीटें खाली पड़ी रह गई हैं.
4 हजार से ज्यादा सीटें रह गईं खाली
अब तक हुए रजिस्ट्रेशन के हिसाब से देखा जाए तो राज्य के 415 बीएससी-बीएड कॉलेजों में 4640 सीटें रिक्त रह गई हैं. नोडल विश्वविद्यालय ने जिन अभ्यर्थियों को को सेकंड काउंसलिंग में जो कॉलेज आवंटित किए हैं, उन्हें 30 अगस्त तक उन कॉलेजों में रिपोर्टिंग करनी होगी. सीटों की असल संख्या रिपोर्टिंग के बाद ही सामने आएगी. सेकंड काउंसलिंग में जिन अभ्यर्थियों को सीटें आवंटित हुई हैं, उन्हें अब 29 अगस्त तक ई-मित्र पर जाकर 22 हज़ार रुपए फीस जमा करवानी होगी.
बाद में होगा बची सीटों को भरने का फैसला
निर्धारित तारीख तक फीस जमा ना होने की स्थिति में अभ्यर्थी का प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा. पिछले साल भी चार वर्षीय इन्टीग्रेटेड कोर्स में सीटें खाली रही थीं. बीएड करने वाले स्टूडेंट्स का रुझान दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम को जॉइन करने का ही रहता है. इसका एक कारण थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए लेवल वन में पात्र नहीं माना जाना भी है. पीटीईटी के कोऑर्डिनेटर डॉ. आलोक चौहान का कहना है कि सेकेंड काउंसलिंग में शामिल हुए कैंडिडेट्स को सीटें आवंटित कर दी गई हैं. रिपोर्ट करने की लास्ट डेट 30 अगस्त है. बची हुई सीटों को भरने का फैसला बाद में लिया जाएगा.