Rajasthan: NHRC ने देश में इस्तेमाल किए हुए तेल को दोबारा उपयोग करने के मामले पर संज्ञान लिया है. दरअसल, भोपाल की सार्थक सामुदायिक विकास एवं जन कल्याण संस्था ने 18 अक्टूबर 2025 को इस मामले में शिकायत की थी. शिकायत में बताया गया था कि छोटे होटल, ढाबों और ठेले वालों द्वारा तेल बार-बार दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है.
राज्यवार जांच की रिपोर्ट दो हफ्तों के भीतर जमा करने के आदेश
इससे कैंसर, हार्ट की बीमारी और लिवर की समस्या जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है. फेंका हुआ तेल पानी और मिट्टी को भी प्रदूषित कर रहा है. शिकायत में इसे जनस्वास्थ्य से जुड़ा मानव अधिकार मुद्दा मानने की अपील की गई. आयोग ने इस पर FSSAI को नोटिस जारी किया है और मामले में राज्यवार जांच की रिपोर्ट दो हफ्तों के भीतर जमा करने के आदेश दिए हैं.
एक तेल में 3 से 4 बार समोसे कचौरी तलते हैं
वहीं, जयपुर में NDTV ने भी इस मामले में बाजारों में पड़ताल की. एक समोसा कचौरी दुकान पर कर्मचारी ने बताया कि वे एक तेल में 3 से 4 बार समोसे कचौरी तलते हैं. इसके बाद उस तेल को एक टंकी में छान कर भर दिया जाता है. इस तेल को सस्ते दाम में उनसे ठेली वाले ले जाते हैं. वो उसमें पूरी, भटूरे बनाते हैं.
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