
Operation Smack Out: राजस्थान के करौली जिले में नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए चल रहे 'ऑपरेशन स्मैक आउट' में पुलिस ने शानदार सफलता हासिल की है. पुलिस ने लंबे समय से फरार 10,000 रुपये के इनामी गांजा तस्कर वेदराम जाटव को आखिरकार धर दबोचा. यह गिरफ्तारी मथुरा, उत्तरप्रदेश से की गई.
कौन है वेदराम जाटव?
वेदराम जाटव (42), मथुरा के नंगला सेवलगढ़ का रहने वाला है. वह पिछले साल 21 नवंबर 2024 को टोडाभीम में हुई एक बड़ी तस्करी की घटना के बाद से फरार था. उस समय पुलिस ने रतन सिंह धाकड़ को 139 किलो गांजा, डोडा चूरा, 1.52 लाख रुपये नकद और 588 ग्राम अफीम के साथ पकड़ा था.
रतन ने पूछताछ में बताया कि यह माल वेदराम से लिया गया था. तब से वेदराम पुलिस को चकमा दे रहा था. करौली पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ्तारी पर 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था.
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र पाल सिंह और वृताधिकारी मुरारी लाल मीना के मार्गदर्शन में टोडाभीम थानाधिकारी कैलाश और जिला स्पेशल टीम ने मिलकर यह कार्रवाई की. जिला स्पेशल टीम ने कड़ी मेहनत और निगरानी के बाद वेदराम को 11 जुलाई 2025 को मथुरा से पकड़ा. वह 125 किलो गांजा की तस्करी में शामिल था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 50,000 रुपये प्रति किलो है.
इस ऑपरेशन में जिला स्पेशल टीम प्रभारी देवेश कुमार के साथ कांस्टेबल अमीर सिंह, धर्मवीर, पालवेन्द्र, आकाश, कुलदीप, रवि कुमार और सत्येन्द्र अवस्थी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पुलिस की इस कार्रवाई ने नशे के सौदागरों में खौफ पैदा कर दिया है.
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