नवगठित डीडवाना जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल को चुनाव प्रक्रिया के लिए अधिगृहित किया गया है. इस फैसले का स्कूल के अभिभावकों ने विरोध जताया है. अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल में 460 बच्चों में से बालिकाओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है. स्कूल के अधिग्रहण से विद्यार्थियों का अध्ययन बाधित होगा. इसके अलावा, स्कूल में चुनाव प्रक्रिया के दौरान होने वाली भीड़ से छात्राओं की सुरक्षा को भी खतरा है.
अभिभावकों ने कलेक्टर की मांग
अभिभावकों ने जिला कलेक्टर से स्कूल को नियमित संचालित करने की मांग की है. जिला कलेक्टर ने अभिभावकों को चुनाव आयोग के निर्देशों के बारे में जानकारी दी और कहा कि चुनाव प्रक्रिया में अचानक बदलाव संभव नहीं है. इसलिए फिलहाल इसी स्कूल से चुनाव प्रक्रिया संचालित होगी.
क्या है पूरा मामला?
नवगठित डीडवाना जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके तहत जिला मुख्यालय स्थित स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल को पांच विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम मशीन, वीवीपीईटी मशीन को स्टोर करने और पोलिंग पार्टीयो की रवानगी के लिए अधिगृहित किया गया है. जिसके चलते मॉडल स्कूल में लगभग एक सप्ताह का अवकाश रखा जाएगा.
अभिभावकों का विरोध
स्कूल के अधिग्रहण के बाद अभिभावकों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है. अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल में 460 बच्चों में से बालिकाओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है. स्कूल के अधिग्रहण से विद्यार्थियों का अध्ययन बाधित होगा. इसके अलावा, स्कूल में चुनाव प्रक्रिया के दौरान होने वाली भीड़ से छात्राओं की सुरक्षा को भी खतरा है.
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