GST Tax: संसद का बजट सत्र शुरू होने वाला है. वहीं कांग्रेस ने सरकार द्वारा GST में किये गए बदलाव को लेकर मोर्चा खोले हुए है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा गुरुवार (9 जनवरी) को जयपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सरकार की लागू की गई GST पर निशाना साधते हुए कहा कि जीएसटी की मार सबसे ज्यादा देश के मीडिल क्लास और गरीब तबके के लोगों पर पड़ रही है. सरकार One Nation One Tax की बात करती है लेकिन एक पॉपकॉर्न पर ही तीन टैक्स स्लैब लगाती है. इतना ही नहीं पहली बार किसानों के उपकरण पर भी टैक्स लगा दिया गया है.
पवन खेड़ा ने जीएसटी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जीएसटी अब 'गब्बर सीतारमण टैक्स' का पर्याय बन गया है. उन्होंने कहा 'आप देश भर में किसी भी दुकानदार या ग्राहक से बात करें... वे जीएसटी से परेशान हैं. मध्यम वर्ग को, छोटे व्यापारी को, गरीब तबके को सबसे ज्यादा चोट इस जीएसटी से पहुंची है.''
90 महीने में हर दिन GST पर नया सर्कुलर आया
पवन खेड़ा ने कहा, 'जीएसटी 'गब्बर सीतारमण टैक्स' है. इसकी वजह से हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस कर प्रणाली से चीजें सरल होनी चाहिए थीं लेकिन ठीक इसके उलटा हो रहा है.'' उन्होंने दावा किया कि देश में जीएसटी लागू हुए 90 महीने हो गए हैं और इस दौरान औसतन हर रोज कर से जुड़ा एक नया सर्कुलर जारी कर चीजों को स्पष्ट किया गया है.
GST का केवल 10 फीसदी हिस्सा अमीरों से आया
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2021-22 में कुल जीएसटी का लगभग 64 प्रतिशत हिस्सा देश की 50 प्रतिशत आबादी से आया जबकि उसका केवल 10 प्रतिशत हिस्सा तीन प्रतिशत बड़े या अमीर लोगों से आया. खेड़ा का कहना था कि कुल नौ जीएसटी ‘स्लैब' हैं और यह पहली बार है कि किसानों के उपकरण एवं ट्रैक्टर जीएसटी के दायरे में आए हैं.
खेड़ा कहा कि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है, कांग्रेस के अलावा कोई राजनीतिक दल मध्यम वर्ग के लिए आवाज नहीं उठाता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मध्यम वर्ग के ऊपर इस तरह की बेतहाशा चोट के खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाएगी और उठा रही है.
खेड़ा ने कहा, ‘‘इस बजट सत्र से पहले हम जानबूझकर इस मुद्दे को और ज्यादा बढ़ा रहे हैं ताकि बजट सत्र में पूरी संसद का ध्यान इसकी तरफ जाए.''
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