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PM Modi Banswara Visit: PM मोदी का 'बांसवाड़ा मंत्र', विकास के एजेंडे से कैसे बदलेगी राजस्थान की राजनीति की तस्वीर?

Rajasthan News: प्रधानमंत्री के इस विकास कदम को राजनीतिक दृष्टिकोण से गहरा और दीर्घकालीन बताया जा रहा है. इसे भाजपा की सोची-समझी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. इसके तहत पीएम मोदी ने विकास के एजेंडे को सबसे आगे रखकर एक नया राजनीतिक दांव चला है.

PM Modi Banswara Visit: PM मोदी का 'बांसवाड़ा मंत्र', विकास के एजेंडे से कैसे बदलेगी राजस्थान की राजनीति की तस्वीर?
PM Narendra Modi ( File Photo)

PM Modi Banswara Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ( 25 सिंतबर) राजस्थान के बांसवाड़ा में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इस दौरे का मुख्य आकर्षण 2800 मेगावाट (MW) के एक नए परमाणु ऊर्जा परियोजना (न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट) की आधारशिला रखेंगे, जो राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. पीएम के इस विकास कदम को राजनीतिक माइने में बड़ा गहरा और दीर्घकालीन बताया जा रहा है.  जिसे बीजेपी की सोची समझी रणनीति के दौर पर देखा जा रहा है. इसे लेकर माना जा रहा है कि पीएम ने इसके जरिए विकास के एजेंडे को सबसे आगे रखकर एक नया राजनीतिक दांव चला है.

आदिवासी बेल्ट पर विकास का दांव

बांसवाड़ा राजस्थान के सौ द्वीपों के शहर माना जाता है. इसकी प्रकृतिक सुंदरता को निहारने के लिए लोग दूर दराज से आते है. यह राजस्थान के वागड़  का हिस्सा है. इसकी सीमाएं  गुजरात और मध्य प्रदेश की सटी होने के कारण यहां ज्यादातर प्रभाव आदिवासियों का है जिसमें मुख्यत भील, निवास करते हैं. और लोकसभा चुनाव 2024 में  इस सीट पर सांसद राजकुमार रोत ने ने जीत दर्वज की थी. इसके कारण आदिवासी समुदायों का एक बड़ा हिस्सा हमेशा उनके सपोर्ट में रहता है. इसलिए माना जा रहा है कि  भाजपा के इस विकास कार्ड के जरिए  वह इस क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करना चाहती है.

BAP की चुनौती 

भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) ने हाल ही में कांग्रेस और भाजपा के वोटबैंक में बड़ी सेंध लगाई है. 2018 के बाद से BAP के वोट प्रतिशत में तीन गुना वृद्धि हुई है, उसने 3 विधायक सीटें और बांसवाड़ा लोकसभा सीट 2 लाख वोटों के अंतर से जीती है.

विपक्ष का विरोध और मुआवजे का मुद्दा

वही बीएपी के सांसद राजकुमार रोत ने पीएम के दौरे का विरोध करते हुए धरना दिया. उन्होंने मांग की कि सरकार इस परियोजना से मिलने वाला सारा CSR फंड का उपयोग क्षेत्र के आदिवासी विकास के लिए करे. हालांकि, भाजपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने अधिग्रहित भूमि के लिए पूर्ण मुआवजा दिया है और विकास कार्य जारी हैं. इसके साथ ही विकास के लिए  जिले के नपला गांव में दो स्कूल और एक अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है.

आदिवासी युवाओं को बेहतर भविष्य का भरोसा

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बांसवाड़ा में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करना यह भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से विपक्षी दलों, खासकर क्षेत्र में उभरी क्षेत्रीय पार्टियों, को दिया जाने वाला एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश है. इसके जरिए वह प्रदेश के आदिवासी युवाओं को यह भरोसा दिलाना कि बड़े प्रोजेक्ट्स से बेहतर भविष्य, नौकरी और आर्थिक अवसर मिलेंगे, जिससे क्षेत्रीय दलों की पहचान-आधारित अपील कमजोर होगी.

जातीय राजनीति की खाई पाटने की कोशिश

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंच से बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स जैसे वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने और राजस्थान की सौर ऊर्जा सफलता को परमाणु ऊर्जा तक ले जाने की बात कही है. यह सीधे तौर पर आदिवासी समाज के युवाओं और बांसवाड़ा की आम जनता को एक बेहतर भविष्य का भरोसा देना है. भाजपा इस तरह विकास कार्ड खेलकर इस क्षेत्र में जातीय राजनीति की खाई को पाटने और इस  जमीन पर अपनी नींव मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

एक मजबूत गढ़ बनाने की ओर अग्रसर बीजेपी

पीएम का यह दौरा सिर्फ तात्कालिक चुनावी रणनीति नहीं है, बल्कि भाजपा की राजस्थान में एक लंबे समय की राजनीतिक योजना का हिस्सा है. अगर ये विकास प्रोजेक्ट सफल होते हैं और इनसे स्थानीय लोगों को फायदा मिलता है, तो आने वाले समय में यह आदिवासी बहुल क्षेत्र भाजपा के लिए एक मजबूत गढ़ बन सकता है.

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