
Rajasthan: जोधपुर में घर से बिना बताए एक युवक लापता हो गया था. पुलिस को उसकी लावरिश लाश मिली तो पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया. शव की शिनाख्त नहीं हुई तो पुलिस ने हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करा दिया. मृतक युवक की भाभी के दावे पर डीएनए जांच कराई गई. डीएनए जांच से पता चला कि युवक की लाश मुस्लिम की थी. मृतक की मां ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया.
गुलाब सागर में मिली थी लाश
जोधपुर के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के भीतरी शहर में स्थित गुलाब सागर में एक युवक की लाश मिली थी. इस मामले में सदर थाना पुलिस और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. युवक की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने शव को लावारिस मानकर उसका दाह संस्कार करा दिया. जबकि शव का सुपुर्द ए खाक कराना था. मृतक के परिजन जिम्मेदारों के इस रवैये से नाराज हैं.
17 जून को लापता हो गया था युवक
युवक जोधपुर शहर के चिमनपुरा का रहने वाला था. मृतक की मां अलका ने बताया कि उसका बेटा इस्माइल 17 जून को अपने घर से बिना बताए निकला था. 20 जून को सदर बाजार थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. उसके अगले दिन 21 जून को युवक का गुलाब सागर में शव मिला था, जहां सदर कोतवाली थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे लावारिस मानकर 25 जून को हिंदू रीति रिवाज से उसका दाह संस्कार करवा दिया.
युवक की भाभी ने जताया अंदेशा
मृतक की भाभी ने शव मिलने के फोटो और फुटेज देखकर उसे अपना देवरा इस्माइल होने का अंदेशा हुआ. इसके बाद सभी परिजन सोजती गेट चौकी पहुंचे और पुलिस को इस पूरे मामले को लेकर अवगत कराया. इसके बाद पुलिस ने मृतक और उसकी मां अलका की डीएनए जांच करवाई, जिसमें शव इस्माइल के होने की पुष्टि हुई.
पूरी तरह से सड़ गई थी लाश
अब इस्माइल की मां न्याय की गुहार लगा रही है. गुमशुदगी दर्ज होने के मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी नेमीचंद ने बताया कि मृतक युवक की 20 जून को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी. 4 दिन बाद शव मिला और वह सड़ा गला था. ऐसे में शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. अज्ञात होने के कारण कोतवाली थाना के द्वारा उसका दाह संस्कार कर दिया गया था.
यह भी पढ़ें: 82 साल की बुजुर्ग महिला को किया डिजिटल अरेस्ट, 8 दिन में 80 लाख रुपये खाते से कराए ट्रांसफर