Rajasthan News: राजस्थान में खून की अवैध तस्करी का मामला सामने आया है, जिसके बाद इसकी चर्चाएं हो रही है. जयपुर-फलोदी हाईवे पर एक कार में खून के 250 यूनिट बरामद की गई है. बताया जाता है कि यह डोनेट किया हुआ खून था. जिसकी तस्करी होने जा रही थी. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. वहीं कहा जा रहा है कि इसके तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं. वहीं अब राजस्थान में इस पर राजनीति भी गरमा गई है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम से इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह मानवता को शर्मसार कर रही है.
जोबनेर पुलिस ने ब्लड के काले खेल का भंडाफोड़ किया है. इसके तार डीडवाना जिले के मकराना से जुड़े हैं. क्योंकि मकराना में हुए रक्तदान शिविर में संग्रहित रक्त को ही बेचा जा रहा था. इस मामले में अब नागौर सांसद ओर RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल और मकराना के पूर्व विधायक रूपाराम मुरावतिया ने रक्त का कारोबार करने वालों पर निशाना साधा है.
रक्त कारोबार से जुड़े नेताओं का नाम हो उजागर
हनुमान बेनीवाल ने एक बयान जारी कर प्रदेश में खून के अवैध कारोबार के मामले में सीएम से कार्रवाई की मांग की है. बेनीवाल ने कहा कि जीवन बचाने की मुहिम के नाम पर रक्त एकत्रित करके इस तरह संग्रहित रक्त का अवैध कारोबार करने का मामला दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाला है. सांसद ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान में कई ब्लड बैंको द्वारा गांवों, शहरों में रक्तदान शिविर लगाकर एकत्रित किए गए. रक्त का अवैध कारोबार चरम पर चल रहा है और पूर्व में उत्तरप्रदेश की एसटीएफ ने भी राजस्थान से जुड़े ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था. ऐसे में मुख्यमंत्री को त्वरित प्रभाव से इस मामले में संज्ञान लेकर ब्लड बैंक चलाने वाले, इस अवैध धंधे में लिप्त लोगों के गिरोह और ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले राजनेताओं के नाम का खुलासा करते हुए उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करवाने की जरूरत है. क्योंकि पूर्व में राजस्थान से उत्तरप्रदेश में हो रहे खून के अवैध कारोबार का पूरा खुलासा नहीं हुआ था. वहीं बेनीवाल ने आरोप लगाया कि राजस्थान में कई ब्लड बैंको द्वारा किये जा रहे खून के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों को सरकार में बैठे कई मंत्रियो और विधायको का संरक्षण प्राप्त है.
रक्त का कारोबार करने वालों ने किया रक्तदाताओं से धोखा
मकराना में रक्तदान शिविर का आयोजन करवाने वाले मकराना के पूर्व विधायक रूपाराम मुरावतिया ने रक्त का कारोबार करने वालों पर निशाना साधा है. उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा कि "मेरे छोटे भाई स्व. प्रेमप्रकाश मुरावतिया की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का रवि मार्बल में आयोजन किया गया था. इस शिविर में 2765 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर परोपकार की मिशाल पेश की थी. छोटा भाई स्व. प्रेमप्रकाश मुरावतिया लायंस क्लब मकराना का अध्यक्ष था, इसके नाते हमनें रक्तदान शिविर हेतु ब्लड बैंको की जिम्मेदारी लायंस क्लब मकराना को सौंपी थी. इस रक्तदान शिविर में लायंस क्लब मकराना द्वारा कुल 10 टीमें बुलाई गई थी. जिनमें से एक मकराना ब्लड बैंक को छोङकर बाकी सब सरकारी टीमें बुलाई गई थी. लेकिन मकराना का लोकल ब्लड बैंक होने के नाते मकराना ब्लड बैंक भी रक्त संग्रहण हेतु शामिल था और रक्त संग्रहण का कार्य किया था. जिसमें राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री, विधायक, संत गणों, समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों एवं मेरे मकराना सहित आसपास के परिवार जनों ने मुरावतिया परिवार एवं मानवता पर उपकार करके बढ-चढ कर रक्तदान किया था.
लेकिन मुझे पता चला है कि जोबनेर पुलिस थाना एवं ड्रग्स कंट्रोल यूनिट ने कार्रवाई करते हुए मकराना ब्लड बैंक से अवैध तरीके से रक्त का कारोबार करने के संबंध में तीन आरोपियो को गिरफ्तार करते हुए कुल 250 यूनिट रक्त को जब्त किया है. मकराना ब्लड बैंक के संचालकों एवं रक्त के तस्करों ने यह दुष्कृत्य करके मकराना के रक्तदाताओं, मानवता, परोपकार एवं हमारे परिवार की भावनाओं के साथ हृदय विदारक खिलवाड़ किया है जो कि अत्यन्त घृणित कृत्य है. उन्होंने लिखा कि आप सभी रक्तदाताओं ने हमारे परिवार पर भरोसा करके इस रक्तदान शिविर में अपना रक्तदान किया था इसके लिए मुरावतिया परिवार आपका सदैव आभारी है एवं जो इस बैंक ने कुकृत्य किया इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ. यह दुष्कृत्य पुरे मुरावतिया परिवार के लिए एक सदमा है.
उन्होंने लिखा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच कर पूरे गिरोह एवं मकराना ब्लड बैंक के संचालक सहित इसमें लिप्त सभी पर कड़ी कार्रवाई के लिए मैंने ई-मेल के माध्यम से राजस्थान पुलिस के महानिदेशक, जयपुर रेंज के आई जी एवं प्रदेश के ड्रग्स कंट्रोलर से मांग की है.
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