राजस्थान में सत्ता बदलने के बाद अपराधियों और अवैध धंधों में लिप्त रहने वाले बदमाशों पर लगातार कार्रवाई जारी है. बीते तीन दिनों से जारी कार्रवाई में पुलिस ने 9 हजार के करीब बदमाशों को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को 50 हजार का इनामी कुख्यात गैंगस्टर दिग्विजय सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. साथ ही प्रतापगढ़ में काली कमाई से अर्जित 8 करोड़ की संपत्ति भी फ्रीज की गई थी. अब प्रतापगढ़ जिले में एसपी अमित कुमार के निर्देशन में बीते एक साल से भूमाफिया, तस्कर, फिरोतीबाज सहित विभिन्न अपराधों में लिप्त बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. ऐसे अपराधियों का आर्थिक साम्राज्य ध्वस्त करने के लिए एसपी अमित कुमार उनकी संपत्तियों को खंगाल रहे हैं.
सम्पत्तियों पर कार्रवाई के लिए एसपी ने लिखा पत्र
प्रतापगढ़ के कुख्यात भूमाफिया और फिरौतीबाज जानशेर खान के खिलाफ एसपी अमित कुमार ने शिकंजा कस दिया है. एसपी ने इस भूमाफिया की 30 करोड़ रुपए की संपत्ति को चिन्हित कर संयुक्त निदेशक इनकम टैक्स एवं प्रतापगढ़ कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. जानशेर के खिलाफ लोगों को डरा धमका कर उनकी संपत्तियों पर कब्जा करने और फिरौती वसूलने के प्रकरण दर्ज है. डेढ़ महीने पहले पुलिस ने मुस्तफा बोहरा आत्महत्या कांड में भी इसे कुछ नामी लोगों के साथ गिरफ्तार किया था.
करोड़ों की सम्पत्ति हो चुकी है फ्रीज
मादक पदार्थ तस्करों के मामले में एसपी अमित कुमार के निर्देशन में अभी तक 27 करोड़ की संपत्तियों को फ्रीज की जा चुकी है. अब जिले के भूमाफिया भी उनके निशाने पर है. कुख्यात फिरौतीबाज और भूमाफिया अखेपुर निवासी जानशेर खान की 30 करोड़ रुपए की संपत्तियों को चिन्हित कर उन्हें जब्त करने के लिए संयुक्त निदेशक इनकम टैक्स एवं प्रतापगढ़ कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है.
जबरन रजिस्ट्री करवा लेता था विवादित जमीनें
दरअसल जानशेर खान जिले का कुख्यात अपराधी है. यह अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि के आधार पर प्रतापगढ़ और आसपास के इलाकों में ऐसी संपत्तियों जिनमें दो पक्षों के बीच विवाद हो उन पर भय दिखाकर कम दाम में सौदा करवा लेता. ऐसे मामलो में यह संपत्तिया वह स्वयं अपने नाम या रिश्तेदारों के नाम रजिस्ट्री करवा देता और उस संपत्ति पर कब्जा कर लेता. इसके खिलाफ जिले में अभी तक इस प्रकार के चार प्रकरण दर्ज है. हाल ही में प्रतापगढ़ शहर के मुस्तफा बोहरा ने इसकी प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी, जिसमें पुलिस ने कुछ नामी गिरामी लोगों के साथ इसे भी गिरफ्तार किया था.
अवैध सम्पत्तियों का मालिक है जानशेर खान
मुस्तफा बोहरा से जबरन पैसा वसूल करने एवं मध्यप्रदेश के मंदसौर में 2 करोड़ रुपए के परिसर का सौदा करने के बाद रजिस्ट्री नहीं करवाने का इस बदमाश पर आरोप है. जानशेर ने पूछताछ में बताया कि उसने धोखाधड़ी करके और डरा धमका कर करोड़ों रुपए की वसूलियां की है और उन रुपयों को इसने बेनामी संपत्ति में बदला है. कोतवाली थाना अधिकारी भगवानलाल मेघवाल ने जानशेर की ऐसी कई संपत्तियों को चिन्हित किया है जिसमें कृषि भूमि, कांप्लेक्स, दुकाने, आवासीय मकान शामिल है.
शातिर तरीके से जमीनों पर करता था कब्जा
उक्त संपत्तियों का आकलन करने पर पता चला कि इनकी कीमत 30 करोड रुपए से भी ज्यादा है. खास बात सौदों में यह रहती थी की खरीद फरोख्त में यह अपने विश्वसनीय सहयोगियों को ही रजिस्ट्री में गवाह के तौर पर रखता था जिससे संपत्ति का कब्जा लेने और उसे बेचने में कोई परेशानी नहीं हो. अब इन संपत्तियों को जप्त करने के लिए बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम 2016 के तहत दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं.
प्रशासन के एक्शन से अपराधियों में हडकंप
इस पर कार्रवाई के लिए संयुक्त निदेशक इनकम टैक्स तथा प्रतापगढ़ कलेक्टर डोक्टर इंद्रजीत यादव को पत्र लिखा गया है. जिसमें राजस्थान टेनेंसी एक्ट 1955 की धारा 175 के तहत कार्रवाई होगी. एसपी की इस कार्रवाई के बाद भूमाफिया एवं फीरोतीबाजों में हड़कंप मचा हुआ है.
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