बीसलपुर बांध वन क्षेत्र के पास एक किसान के खेत में अजगर ने सियार का शिकार कर लिया. शिकार करने के बाद मजदूरों की नजर जैसे ही लगभग 8 फीट लंबे अजगर पर पड़ी तो ग्रामीणों से लेकर वन विभाग में हलचल मच गई. संसाधनों के अभाव में ग्रामीणों ने टोंक से रेस्क्यू के लिए मनोज तिवाड़ी को बुलाया.
यह नजारा बहुत मुश्किल से देखने को मिलता है कि जब अजगर ने कोई शिकार किया हो और वह अपना शिकार वापस मुंह से निकाले. वह सारा दृश्य कैमरे में कैद हो जाये यह तो और भी मुश्किल है. जब टोडाराय सिंह के थडोली गांव में अजगर ने खुद को लोगों से घिरा पाया तो उसने रेस्क्यू के दौरान अपने मुंह से वापस सियार को निकाला. बाद में अजगर को रेस्क्यू कर जंगल मे छोड़ दिया गया. यह खौफनाक नजारा कैमरे में कैद हो गया.
अजगर जब शिकार करता है तो उसकी पकड़ से बच पाना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन कभी-कभी शिकारी खुद मुसीबत में पड़ जाता है. बीसलपुर बांध क्षेत्र के पास थडोली गांव में बलबीर सिंह के खेत मे काम करते मजदूरों की नजर एक अजगर पर पड़ी जिसने शिकार किया हुआ था.
जब यह सूचना अधिकारियों को दी गई तो पेशे से पत्रकार और सांपो का रेस्क्यू करने वाले पर्यावरण प्रेमी मनोज तिवारी को टोंक से बुलाया गया. उसके बाद मौके पर पंहुचे मनोज तिवारी ने पहले अजगर के पेट से शिकार वापस निकालने की कोशिशों को शुरू कर दिया.
कुछ देर बाद जब अजगर ने अपने पेट से किया गया शिकार वापस उगला तो पता चला कि खेत में दो दिन से पड़े इस अजगर ने सियार का शिकार किया हुआ था. जिसे बाद में एक बोरे में बंद करके बिसलपुर बांध के वन क्षेत्र में पानी के पास छोड़ दिया गया.
बीसलपुर बांध क्षेत्र के पास अक्सर जंगली जानवर खेतों और गांवों में आ जाते है. अजगर अक्सर इस क्षेत्र में देखने को मिलते है. इस क्षेत्र को बिसलपुर कंजर्वेशन बनाये जाने की सरकारी योजना अबतक कछुआ चाल से चल रही है. इस क्षेत्र को पर्यटन के नक्शे पर लाने में अभी भी कई सारी अड़चनें है. यह क्षेत्र पर्यटन की अपार संभावनाएं समेटे हुए है.