कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजस्थान के बांसवाड़ा में बुधवार को एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. इसके जरिए वो राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से बिगुल भी फूकेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट समेत प्रदेश के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे. लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद राहुल गांधी का ये पहला जनसंपर्क कार्यक्रम है.
ये जनसभा जिले के आदिवासी आंचल मानगढ़ धाम में होगी. इसके जरिए कांग्रेस की आदिवासी वोट बैंक को साधने की कोशिश होगी. मानगढ़ धाम इस इलाके में सबसे ज़्यादा श्रद्धा का स्थान है. यहां पर 1913 में आदिवासियों का बलिदान और अंग्रेज़ों से उनका संघर्ष आज भी लोग याद करते हैं. पिछले साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां आए थे.
बुधवार यानी 9 अगस्त को आदिवासी दिवस भी है. मानगढ़ धाम को रैली के लिए इसलिए चुना गया है, क्योंकि ये आदिवासी आंचल का सबसे पूजनीय स्थान है. यहां गोविन्द गुरु ने अंग्रेज़ों के खिलाफ भील आदिवासियों के साथ संघर्ष किया था.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि आदिवासी दिवस हम आदिवासी भाईयों के साथ मनाएंगे. पिछली बार प्रधानमंत्री यहां आये थे, लेकिन उन्होंने गरीबों और आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया.
बांसवाड़ा, डुंगरपुर और प्रतापगढ़ में सभी 11 विधानसभा सीटें ST के लिए आरक्षित हैं. पिछले चुनाव में यहां कांग्रेस को 5 सीटें हासिल हुई थी. वहीं भाजपा को 3, भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2 और एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.
ट्राइबल वोट बैंक पहले कांग्रेस का पारम्परिक वोट बैंक माना जाता था, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी और बीटीपी दोनों ने यहां सेंधमारी की है.
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछले 5 साल में यहां क्या किया है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात तीनों मिलकर यहां का रोड मैप बनाएं.
आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी पहचान को लेकर ये कांग्रेस का एक बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम होगा. लेकिन यहां पर सिर्फ भाजपा ही नहीं, भारतीय ट्राइबल पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से भी कांग्रेस का मुक़ाबला रहेगा.