Rajasthan News: राजस्थान के ऐतिहासिक स्मारकों और पर्यटन स्थलों पर अब घूमने के लिए आम लोगों को जेब और ज्यादा ढीली करनी होगी. सरकार ने राज्य के ऐतिहासिक स्मारकों, संग्रहालय और पर्यटन स्थलों पर एंट्री फीस बढ़ाने का फैसला लिया है. पर्यटन स्थल और स्मारकों पर लगने वाले प्रवेश शुल्क में बढ़ोतरी का नियम नए साल से शुरू हो जाएगा. यह पहला मौका है, जब बीते 10 सालों में स्मारकों और पर्यटन स्थल पर प्रवेश शुल्क बढ़ाया गया हो.
अधिकांश स्मारकों-महलों का टिकट दोगुना
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से जारी आदेश में अधिकांश स्मारकों और संग्रहालयों में प्रवेश पर लगने टिकट चार्ज दोगुना कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले से नए साल राज्य में स्मारक और संग्रहालय घूमना काफी महंगा हो जाएगा. स्मारक और संग्रहालय में लगने प्रवेश शुल्क में बढ़ोतरी पर राजस्थान सरकार के फैसले असर जयपुर के आमेर किला घूमने आने वाले पर्यटकों पर होगा.
आमेर किले का अब कितने रुपये का टिकट
आमेर किले में भारतीय पर्यटकों का प्रवेश शुल्क अब 200 रुपए हो जाएगा, जबकि पहले यह 100 रुपए था. वहीं, विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क 300 रुपए से बढ़कर 1000 रुपए हो गया है. अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, हवा महल, जंतर-मंतर और नाहरगढ़ किले जैसे प्रसिद्ध स्थलों पर भी भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क अब 100 रुपए और विदेशी पर्यटकों के लिए 600 रुपए कर दिया गया है.
यहां पर देखें महल-स्मारक के नए टिकट की दरें






विभाग का कहना है कि बढ़ी हुई दरों से स्मारकों के संरक्षण, रखरखाव और पर्यटक सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी. इस वृद्धि के तहत राज्य के 10 संरक्षित स्मारकों और 2 कला दीर्घाओं- जैसे तोपखाना-जालोर, बाला किला-अलवर, गुम्बद फतेहजंग अलवर, मूसी महारानी की छतरी अलवर, अमर सिंह की छतरी-नागौर, किशोरी महल भरतपुर, किला डीग भरतपुर, सुनहरी कोठी-टोंक, किला ग्राम फतेहगढ़-अजमेर, किला सरवाड-अजमेर, कला दीर्घा चन्द्रावती-सिरोही और कला दीर्घा विराटनगर में नई प्रवेश दरें लागू की जा रही हैं. एक ही जिले में स्थित स्मारकों और कला दीर्घाओं के लिए एक साथ प्रवेश शुल्क दरें भी निर्धारित की गई हैं. सभी संबंधित स्थलों को नई दरों के आदेश जारी कर दिए गए हैं.