
Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा के जारी बजट सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पिछले पांच दिन से खींचतान हो रही है. पिछले शुक्रवार (21 फरवरी) को लखपति दीदी योजना पर बोलते हुए मंत्री अविनाश गहलोत की एक टिप्पणी से शुरू हुआ हंगामा एक गतिरोध में बदल गया है. विपक्षी दल कांग्रेस इस बात पर अड़ी है कि मंत्री गहलोत को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लिए 'दादी' शब्द का प्रयोग करने के लिए माफी मांगनी चाहिए. वहीं बीजेपी और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी इस बात पर अड़े हैं कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और लक्ष्मणगढ़ के विधायक गोविंद सिंह डोटासरा को माफी मांगनी चाहिए क्योंकि वो विरोध करते हुए अध्यक्ष के आसन के नजदीक चले आए थे जिससे आसन का अपमान हुआ.
बात इतनी बढ़ गई कि शुक्रवार को स्पीकर देवनानी ने डोटासरा समेत कांग्रेस के 6 विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया. निलंबित विधायक इसके बाद से सदन में ही धरना दे रहे हैं. कांग्रेस इस मामले पर विधानसभा के बाहर भी सरकार को घेर रही है. सोमवार को कांग्रेस ने जयपुर में प्रदर्शन करते हुए विधानसभा तक जाने की कोशिश की जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी भिडंत हुई. उन्हें रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा और कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया.
दोनों पक्ष एक-दूसरे से कर रहे माफी की मांग
सरकार की ओर से गतिरोध को दूर करने के लिए विपक्ष के साथ कई बार प्रयास भी हुए लेकिन सारी बातचीत इसी बात पर आकर टिक गई कि अगर एक पक्ष माफी मांगता है तो दूसरे पक्ष को भी माफी मांगनी होगी. माफी की मांग को लेकर जारी इस रस्साकशी में कांग्रेस नेता लगातार आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह गतिरोध दूर करने को लेकर ईमानदार नहीं है और वह बजट पर सदन में चर्चा से भागना चाहती है.
गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में कहा है कि उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर सदन में खेद प्रकट किया है लेकिन समझौते के बावजूद भाजपा सरकार के मंत्री की माफी नहीं आई.
ये लोग नाथूराम गोडसे के अनुयायी हैं, जालसाजी और विश्वासघात करना इनके खून में है।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) February 24, 2025
राजस्थान की जनता साक्षी है, मैंने पूरे घटनाक्रम पर सदन में खेद प्रकट किया है लेकिन समझौते के बावजूद भाजपा सरकार के मंत्री की माफी नहीं आई।
मंत्री माफी पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था क्यों नहीं दी?… pic.twitter.com/XW42v0BINl
डोटासरा ने गिनाए 6 उदाहरण
डोटासरा ने अपनी पोस्ट में आरोप लगाया कि अपमान करना और माफी नहीं मांगना बीजेपी की आदत रही है. डोटासरा ने 6 घटनाओं के उदाहरण देते हुए कहा कि इन मौकों पर बीजेपी से भी माफी की मांग की गई थी लेकिन उसने कभी माफी नहीं मांगी. डोटासरा ने इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह, केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू, पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से जुड़े मामलों का जिक्र किया है जिन्हें लेकर राजनीतिक विवाद हुआ था.
डोटासरा ने विधानसभा में जारी मौजूदा गतिरोध पर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा,"जब तक भाजपा सरकार के मंत्री स्व. इंदिरा गांधी जी के अपमान पर माफी नहीं मांगते और सदन की कार्यवाही से उनके शब्दों को एक्सपंज नहीं करेंगे तब तक कांग्रेस सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगी. हम जनता की लड़ाई सड़क पर लड़ने के लिए तैयार हैं."
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