Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए सियासी सरगर्मी अब पूरे परवान पर चढ़ती नजर आ रही है. भाजपा, कांग्रेस के साथ स्थानीय नेताओं के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे जारी है. इस बीच दूसरे राज्यों के अलग-अलग राजनीतिक संगठनों के नेता भी राजस्थान की सड़कों पर घूम रहे हैं. इसी कड़ी में आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी प्रदेश में एक यात्रा निकाल रही है. देश बचाओ, संविधान बचाओ संकल्प यात्रा के तहत आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद राजस्थान के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं. गुरुवार को चंद्रशेखर आजाद की यात्रा भीलवाड़ा जिले में पहुंची.
जहां मीडिया को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने मौजूदा राजनीति के चाल-चरित्र के साथ-साथ, गहलोत सरकार पर भी हमला बोला. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पहले रात के अंधेरे में वोटरों को प्रलोभन दिया जाता था लेकिन अब यह काम दिन के उजाले में हो रहा है. ऐसे में उन्होंने वोटरों को खासकर दलित वर्ग के वोटरों को सतर्क और सावधान रहने को कहा.
वोटरों को प्रलोभन देने का तरीका बदलाः आजाद
भीलवाड़ा में गुरुवार को चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पहले के समय में चुनाव से एक दिन पूर्व मतदाताओं को लुभाने के लिए उन्हें रात के अंधेरे में प्रलोभन दिया जाता था और अब सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए दिन के उजाले में प्रलोभन दे रही है. प्रलोभन देने का तरीका थोड़ा बदल दिया गया है लेकिन वोटों को खरीदने की राजनीति आज भी जारी है.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार चाहे प्रदेश की हो अथवा केंद्र की, दोनों ही सरकारों में दलित और पिछड़ों का शोषण हुआ है. आज भी दलितों को अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ता है.
भीलवाड़ा राजस्थान में आज “संविधान बचाओ यात्रा” pic.twitter.com/n6xU0Tmtiz
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 5, 2023
जाति आधारित जनगणना की उठाई मांग
बिहार में हुए जाति गणना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी जाति आधारित गणना की आवश्यकता है. इससे प्रत्येक समाज और व्यक्ति को अपनी संख्या का पता चलता है. आंकड़े सामने आते हैं, जिनके आधार पर राजनीतिक भविष्य तय होता है.
7 अक्टूबर को जारी होगी पार्टी की पहली लिस्ट
राजस्थान के चुनाव में आजाद समाज पार्टी की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को उनकी पार्टी की पहली लिस्ट जारी होगी. भीम आर्मी कमजोरों की आवाज उठाने का काम कर रही है. लोग अपने वोट की ताकत को समझेंगे और वोट के फैसले अपने पक्ष में लेंगे, इसके परिणाम जनता के लिए अच्छे होने वाले हैं. जैसे ईआरसीपी का मामला है, दोनों पार्टियों उसका खेल खेल रही है. इसका नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है. राज्य सरकार अपने हिस्से का बजट देने को तैयार नहीं है और केंद्र सरकार को जब तक वोट नहीं मिलते तब तक वे उसे लागू करने को तैयार नहीं .
आज भी भेदभाव बरकरार, न्याय के लिए करना पड़ता है आंदोलनः आजाद
आजाद ने कहा कि जिस तरह से सरकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है, इससे न्याय जन्मसिद्ध अधिकार है लेकिन न्याय के लिए आंदोलन करने पड़ते हैं। सरकारी संपत्ति को बेचा जा रहा है. भारतीय संविधान छुआछूत भेदभाव का खंडन करता है, सख्त विरोध करता है , लेकिन आज भी भारत में भेदभाव बरकरार है और कमजोर लोगों को जो बुनियादी सुविधाएं और अधिकार मिलने चाहिए वो भी आज दिन तक उन्हें नहीं मिल पाए हैं . जनता सब समझ चुकी है समय आने पर वो दोनों दलों को जवाब देगी.
इससे पहले आजाद के भीलवाड़ा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. शहर के सुखाडिया सर्कल से संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया, जो शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई खटीक समाज छात्रावास में संपन्न हुई. यहां जनसभा को संबोधित करते हुए आजाद ने दलितों को संगठित रहने एवं अपने वोट के अधिकार को पहचानने की बात कही.
यह भी पढ़ें - चंद्रशेखर आजाद का गहलोत सरकार पर तीखा हमला, कहा- राज्य में 5 साल तक हुई संविधान की हत्या