Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अब मात्र 5 दिन का समय शेष बचा है. ऐसे में सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक मैदान में उतर आए हैं और एक दिन में दो-दो जनसभाएं कर रहे हैं. इसी के चलते राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) रविवार को घड़साना के दौर पर पहुंची थीं. इस दौरान एक किसान अचानक राजे के सामने आकर फूट फूटकर रोने लगा, जिसके बाद वसुंधरा राजे किसान के पास पहुंचीं और उसकी समस्या सुनकर उसका समाधान करने का आश्वासन दिया.
क्या है पूरा मामला?
अनूपगढ़ जिले के घड़साना में जैसे ही वसुंधरा राजे सभा समाप्त कर मंच से जाने लगीं, वैसे ही एक किसान वसुंधरा राजे के सामने पहुंच गया और फूट फूट कर रोने लगा. ऐसे में वसुंधरा राजे इस किसान के पास पहुंची. गांव के एल एम बी के महावीर नाम के किसान ने रोते रोते बताया कि उसके पास करीब एक मुरब्बा जमीन है, जिसमें से उसे नौ बीघा जमीन पर सिंचाई पानी मिलता था. लेकिन कांग्रेस सरकार के समय उसे सिर्फ दो बीघा जमीन पर ही पानी दिया जाने लगा. बकायदा उसने तीन बार केस लड़ा और तीनो बार जीता.
ऐसे में वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उसे पूरा पानी मिलने लगा, लेकिन कांग्रेस का राज आते ही उसका पानी फिर से बंद कर दिया गया. किसान ने बताया कि ना तो उसके पास पीने के लिए पानी है और ना सिंचाई के लिए. वह तीन किलोमीटर दूर से पीने के लिए पानी लाता है. उसने बताया कि उसने एक बीघा जमीन स्कूल को दान की थी और उसमें पौधे लगाए थे, वह भी पानी की कमी के कारण सूख रहे हैं. इस किसान ने एक जोहड़ पशुओं के लिए दान में दिया था, उसमें भी पानी की किल्लत है. कोई भी अधिकारी बात सुनने को तैयार नहीं है.
वसुंधरा राजे ने दी सांत्वना
वसुंधरा राजे ने रोते हुए किसान को चुप करवया और पास में खड़े पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को बुलाया और किसान की समस्या नोट कर समाधान करवाने की बात कही. वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा. इसके बाद वसुंधरा राजे रवाना हो गईं.