
Rajasthan: नवनिर्वाचित बारां बीजेपी जिलाध्यक्ष नरेश सिंह सिकरवार को लेकर माली और धाकड़ समाज ने विरोध जताया. आज (17 फरवरी) ही नए बीजेपी जिलाधक्ष के नाम की घोषणा हुई. इससे पहले नंदलाल सुमन बारां के जिलाधक्ष थे. वो माली समाज से आते थे. माली समाज से जिलाध्यक्ष नहीं बनाए जाने पर नाराजगी जताई.
नरेश सिंंह बारां के नए बीजेपी जिलाध्यक्ष
जिला संगठन पर्यवेक्षक व पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, चुनाव अधिकारी भगवती प्रसाद सारस्वत, झालावाड़ जिला प्रभारी छगन माहुर, अंता विधायक कंवरलाल मीणा और बारां विधायक राधेश्याम बेरवा और बीजेप कार्यकर्ता मौजूद रहे. इनकी मौजूदगी में बारां भाजपा जिला अध्यक्ष के रूप में नरेश सिंह सिकरवार के नाम की घोषणा की हुई.
भाजपा में विरोध के स्वर मुकर हो गए
नए भाजपा जिला अध्यक्ष सिकरवार के बनने के बाद भाजपा में विरोध के स्वर मुकर हो गए हैं. धाकड़ और माली समाज के लोगों ने नवनिर्वाचित भाजपा जिला अध्यक्ष का विरोध जताया. जिलाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया.
आठ महीने में ही हटा दिए गए महावीर सुमन
माली समाज के भाजपा कार्यकर्ता महावीर सुमन ने बताया की पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष नंदलाल सुमन का अभी कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है. 8 महीने पहले ही उनको जिला अध्यक्ष बनाया गया था. अब पद से हटाकर नया जिला अध्यक्ष बना दिया गया है. हमारा समाज भाजपा को वोट देने के लिए नहीं है, आगामी समय में हमारा समाज विरोध प्रदर्शन करेगा.
"धाकड़ और माली समाज को दर किनार किया गया"
धाकड़ समाज के सतीश नागर ने बताया, "कल से ही नए जिला अध्यक्ष को लेकर प्रक्रिया जारी है, जिसको लेकर धाकड़ समाज ने रविवार (16 फरवरी) से ही विरोध जता रहा था. लेकिन, यहां के सांसद ने धाकड़ और माली समाज को दर किनार किया है. आने वाले समय में धाकड़ और माली समाज रणनीति तय करेगा और भाजपा विरोध जताएगा." का
"अच्छे व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनाना चाहिए था"
मुकेश धाकड़ भाजपा किसान मोर्चा ने बताया, "जो घोषणा होनी चाहिए वो नहीं हुई है. पूर्व में भी नरेश सिंह सिकरवार दो बार भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे, उनकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं रही. उन पर एक 302 का मुकदमा लगा हुआ है. भाजपा के नए जिलाध्यक्ष का विरोध है. आठ महीने में ही कर्मठ नन्दलाल सुमन को जिलाध्यक्ष पद हटा दिया गया, जो निंदनीय है. एक अच्छे व्यक्ति को जिला अध्यक्ष बनाना चाहिए था. शराब माफिया और रेत माफिया को नहीं."