Chandipura Virus: अजमेर के 4 हजार सफाई कर्मचारियों ने आज (30 जुलाई ) से हड़ताल शुरू कर दी. डोर टू डोर कचरा उठाना भी सफाई कर्मचारियों ने बंद कर दिया. अब गंदगी और कचरे पर मक्खी-मच्छर पनपेंगे, जिससे चांदीपुरा वायरस का खतरा बढ़ गया है. जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अनिल सामरिया ने बताया कि चांदीपुरा वायरस सबसे ज्यादा मक्खी-मच्छर के संक्रमण से फैलता है. शहर में गंदगी नजर आने लगी. कचरे और गंदगी की वजह से मक्खी-मच्छर बड़ी तादाद में फैलने का डर है, जिससे चांदीपुरा वायरस फैलने का भी खतरा बढ़ गया है.
डोर टू डोर कचरा इकट्ठा करने वाले कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल
सफाई कर्मचारियों की भर्ती पर लगी रोक को बहाल की मांग की है. सफाई कर्मचारियों ने कहा कि ऐसा नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. हड़ताल में संविदा सफाई कर्मचारी और डोर टू डोर कचरा इकट्ठा करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं. शहर को 11 जोन में बांटकर सफाई का काम किया जाता था, जिसमें 1476 अस्थाई, 2000 से अधिक अस्थाई सफाई कर्मचारी, 350 कर्मचारी डोर टू डोर कचरा इकट्ठा करने में लगे रहते थे. करीब 300 टन रोजाना शहर से कचरा निकलता है .
200 ऑटो टिपर से कचरा घरों से निकलता है
200 ऑटो टिपर के जरिए कचरा घरों से निकलता है, जो कचरा डिपो तक ले जाया जाता है, वहां से 25 ट्रॉली, 11 डंपर, 11 लोडर, 50 कंटेनर मशीन के जरिए शहर से बाहर ट्रेंचिंग ग्राउंड में डंप किया जाता है. आज यह सभी सफाई के कार्य बंद रहेंगे, जिससे सफाई व्यवस्था बिगड़ जाएगा.
व्यापारी गंदगी और बदबू से परेशान
अजमेर के मदार गेट इलाके में मात्र 3 घंटे की हड़ताल का असर साफ तौर पर देखा गया. हर जगह पर गंदगी और कचरे का ढेर लग गया. गंदगी और बदबू लोगों को परेशानी हुई. मक्खन, दही, पनीर और मावे के व्यापारी गौरव झालीवाल ने बताया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद शहर की साफ सफाई की व्यवस्था चौपट हो गई है. हर दुकान के बाहर गंदगी और कचरे का ढेर पड़ा है. कचरे के ढेर से गंदी बदबूदार दुर्गंध भी आ रही है, मक्खी और मच्छर भी कचरे के ढेर पर भिन भिना रहे हैं.