बूंदी जिले के नैनवा उपखण्ड क्षेत्र की खानपुरा पंचायत के मानपुरा गांव स्थित मोक्षधाम में उस समय हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों ने बुझी हुई चिता में छेड़छाड़ और अस्थियां गायब होने की आशंका जताई. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी. कुछ ही देर में नैनवा थाना पुलिस जाप्ता भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गया.
चिता की राख बिखरी थी
ग्रामीणों के अनुसार, हाल ही में गांव के मैनेजर धाकड़ की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी. तीये की रस्म को लेकर ग्रामीण मोक्षधाम पहुंचे तो उन्होंने चिता में असामान्य स्थिति देखी. चिता की राख बिखरी हुई थी और वहां छेड़छाड़ के स्पष्ट संकेत दिखाई दे रहे थे. इससे ग्रामीणों में आशंका गहरा गई कि किसी ने बुझी हुई चिता से अस्थियां चुराने का प्रयास किया है या उन्हें ले गया है.
कहीं तंत्र क्रिया के लिए तो नहीं चोरी हुई अस्थियां?
घटना के बाद से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. उनका कहना है कि मोक्षधाम जैसे पवित्र स्थान पर इस तरह की गतिविधि बेहद संवेदनशील और आस्था को ठेस पहुंचाने वाली है. ग्रामीणों ने पुलिस से मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों की पहचान करने की मांग की है. ग्रामीणा ने आशंका जाहिर की है कि तंत्र क्रिया के लिए कोई तांत्रिक भी अस्थियों को चोरी किया होगा.
फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं. ग्रामीण अभी भी बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद हैं, और मामले की पूरी सत्यता सामने आने का इंतजार कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
श्मशान से वकील की अस्थियां चोरी हुई थी
बूंदी शहर के माटुंदा रोड स्थित श्मशान घाट पर पिछले वर्ष भी इसी तरह अस्थियां चोरी होने की सनसनीखेज घटना सामने आ चुकी है. पूर्व सहायक लोक अभियोजक कालू लाल मीणा के निधन के बाद तीये के दिन सुबह करीब 8 बजे परिजन अस्थियां चुनने मोक्षधाम पहुंचे थे. लेकिन वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि चिता से अस्थियां गायब थीं और राख पूरी तरह बिखरी हुई पड़ी थी, जैसे किसी ने उसे जानबूझकर खुर्द-बुर्द किया हो.
परिजनों में आक्रोश
यह नजारा देख परिजनों में आक्रोश फैल गया और देखते ही देखते मौके पर लोग एकत्र होने लगे. परिजनों ने आसपास जानकारी करने की कोशिश की, लेकिन किसी को भी घटना के बारे में कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मृतक के पुत्र भरत मीणा और यतेन्द्र मीणा ने सदर थाना पुलिस में अस्थियां चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. हेमराज मीणा ने बताया था कि 18 नवंबर को कालू लाल मीणा का निधन हुआ था, और तीये के दिन वे सभी अस्थियां लेने श्मशान पहुंचे थे, जहां उन्हें चिता के अवशेष अस्त-व्यस्त अवस्था में मिले. घटना के बाद लोगों ने मोक्षधाम में सुरक्षा व्यवस्था की कमी पर नाराजगी जताई थी. यह मामला अब दोबारा सामने आई ताजा घटना को और गंभीर बनाता है.
लोगों में चिंता और आक्रोश
बूंदी सहित कई स्थानों पर श्मशान से अस्थियां चोरी होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे लोगों में चिंता और आक्रोश बढ़ रहा है. जानकारों की माने तो अस्थियां चोरी के पीछे 2 प्रमुख कारण माने जाते हैं. एक, तांत्रिक क्रियाओं में इनका दुरुपयोग, और दूसरा, अस्थियों में मौजूद धातुओं जैसे सोना या चांदी के अवशेष खोजने की संभावना. कुछ मामलों में असामाजिक तत्व सिर्फ मजाक या तोड़फोड़ की नीयत से भी छेड़छाड़ कर देते हैं. घटनाएं चाहे किसी भी वजह से हों, लेकिन श्मशान जैसे पवित्र स्थल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल जरूर उठ रहे हैं.
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