Alwar News: हरियाणा की पीसीपीएनडीटी की टीम ने गुरुवार शाम को कोटपूतली बहरोड़ जिले के एक निजी अस्पताल एसबीएस में भ्रूण लिंग जांच को लेकर कार्रवाई की. अस्पताल में टीम ने डिकॉय ऑपरेशन के जरिए भ्रूण लिंग जांच के मामले में चार लोगों को पकड़ा. इसको लेकर PCPNDT टीम ने राजस्थान और हरियाणा के चिकित्सा विभाग के निजी अस्पतालों में कार्रवाई की. इस मामले में भ्रूण लिंग जांच का सौदा 80 हजार रुपए में हुआ था.इस मामले में टीम ने निजी अस्पताल में गुरुवार देर शाम करीब चार बजे हरियाणा के नारनौल के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए बहरोड़ जिला अस्पताल के एक डॉक्टर सहित उसकी पत्नी को संदिग्ध मानते हुए इनके साथ में एक दलाल को भी पकड़ा है.
50 से 80 हजार में तय होता था सौदा
मामले को लेकर नारनौल के डिप्टी सीएमएचओ(CMHO) डॉ. विजय यादव ने बताया कि नारनौल हरियाणा टीम को सूचना मिली थी कि कुछ दलाल कार में सोनोग्राफी मशीन के जरिए गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण करते हैं. ऐसे में एक डिकॉय ऑपरेशन किया गया. पहले तो उन्होंने महिला को नारनौल में ही कार में बैठकर जांच करने को कहा. लेकिन वहां पर दलालों ने लिंग परीक्षण नहीं किया और महिला को बहरोड़ एसबीएस अस्पताल में बुला लिया. अस्पताल में दलालों ने महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण करवाया. जिस पर टीम ने डिकॉय ऑपरेशन कर दलाल को पकड़ लिया और अस्पताल में ही लिंग परीक्षण कर महिला डॉक्टर और उसके पति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. उन्होंने बताया कि पहले 50 हजार में सौदा तय हुआ था फिर यह बढ़कर 80 हजार हो गया जिसमें उन्होंने 30000 और 20000 का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया और 30000 नकद ले लिए.
राजस्थान- हरियाणा की स्वस्थ टीम ने मिलकर की कार्रवाई
इस पर टीम ने दलालों को पकड़ने के लिए गुरुवार दोपहर बहरोड़ कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी.उसके बाद दोपहर करीब तीन से चार बजे टीम ने महिला को भ्रूण लिंग जांच कराने के लिए अस्पताल भेजा.अस्पताल में महिला की लिंग जांच की गई. उसी दौरान मौका पाकर नारनौल से आई चिकित्सा विभाग की टीम ने अस्पताल में छापा मारा और महिला डॉ. अलका यादव के साथ जिला अस्पताल की एक चिकित्सक को हिरासत में लिया.और उससे पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि डॉ. अलका यादव इस अस्पताल को चलाती हैं. वह पहले सरकारी नौकरी में थीं. उनके पति बहरोड़ के जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट हैं. बताया जा रहा है कि चार दिन पहले ही इस अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन आई थी और भ्रूण लिंग जांच की शिकायत पर हरियाणा की टीम ने यहां कार्रवाई की. इस कार्रवाई को वहां के डिप्टी सीएमएचओ डॉ. विजय कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अंजाम दिया. सूचना मिलते ही कोटपूतली बहरोड़ सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत, जिला अस्पताल पीएमओ डॉ. सत्यवीर यादव भी मौके पर पहुंचे.
अस्पताल के रिकॉर्ड और सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले
काफी देर तक चली छापेमारी में अस्पताल की अधिकांश अनुमतियां अलवर सीएमएचओ कार्यालय से जारी होना पाई गई. ऐसे में गुरुवार रात करीब 10 बजे अलवर सीएमएचओ कार्यालय से टीम के पहुंचने पर आगे की कार्रवाई की गई. छापेमारी के दौरान टीम ने एसबीएस अस्पताल के रिकॉर्ड और सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसके साथ ही टीम ने डॉक्टर दंपती सहित अस्पताल स्टाफ के मोबाइल फोन जब्त कर उनसे गहन पूछताछ की.
डिकॉय ऑपरेशन क्या होता है
डिकॉय सिस्टम एक सुरक्षा तंत्र है जो हमलावरों को धोखा देने के लिए एक आभासी वातावरण बनाता है, जिससे उन्हें लगता है कि उन्होंने वास्तविक सिस्टम में सफलतापूर्वक घुसपैठ कर ली है.
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