
राजस्थान में विधानसभा तरीखों की घोषणा होने के बाद सभी दलों के नेता रणभूमि में कूद पड़े हैं. राज्य सभा सांसद और कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रंजीत रंजन बुधवार को श्रीगंगानगर दौरे पर रहीं और एक निजी होटल में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया और टिकट के दावेदारों से भी मुलाक़ात की. इस दौरान श्रीगंगानगर, अनूपगढ़ और हनुमानगढ़ से टिकट के दावेदार और कार्यकर्ता पहुंचे.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस बार कांग्रेस सरकार रिपीट हो रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान का हर नागरिक सरकार की योजनाओं की बात कर रहा है और कांग्रेस के खिलाफ कोई एंटी इंकम्बैंसी नहीं है ऐसे में इस बार कांग्रेस बहुमत से वापसी कर रही है.
बीजेपी ने बौखलाकर सात सांसदों को दिया टिकट
राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि भाजपा बौखलाई है इसलिए स्थानीय चेहरों को प्राथमिकता नहीं देते हुए उन्होंने पहली सूची में ही सात सांसदों को मैदान में उतारा है. उन्होंने कहा कि भाजपा को डर है कि स्थानीय चेहरों से पार्टी को हार का सामना करना पड़ेगा तभी तो मोदी जी बार-बार राजस्थान में आ कर रैलियां कर रहे हैं. जबकि कांग्रेस स्टेट और लोकल के मुद्द्दे पर चुनाव लड़ रही है और अपनी योजनाओं और विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच में हैं, सरकार की योजनाओं का जनता को लाभ मिला है और लोग इससे खुश हैं.
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कांग्रेस के बर्तन न खटक रहे हैं और ना ही खटकेंगे
कांग्रेस की अंदरूनी कलह के सवाल पर रंजीत रंजन ने कहा कि कांग्रेस के सभी लोग एक जुट हैं . उन्होंने कहा की जितना बड़ा परिवार होता है उतने बर्तन खटकते हैं लेकिन कांग्रेस का कोई भी बर्तन खटक नहीं रहा है और ना ही बर्तन खटकेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा से पूछिए कि उनके कितने बर्तन टूट गए और कितने टूटने वाले हैं. हम आश्वत हैं कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक है और गिनती के ही दिनों में कांग्रेस के बर्तनों की अहमियत दिखेगी.
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