Rajasthan Election 2023 Opinion Poll: देश के सबसे बड़े राज्य में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सभी पार्टियों के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में उतर आए हैं और जनता के वोट पाने के लिए सियासी जमीन तैयार करने में लगे हुए हैं. लोगों को रिझाने के लिए नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं, वादे किए जा रहे हैं, पिछले 5 साल में हुए काम गिनाए जा रहे हैं, ताकि राजस्थान में राज या रिवाज बदला जा सके. लेकिन राजस्थान का मतदाता क्या चाहता है? 2024 के सेमीफाइनल में किसका होगा राजस्थान? ये जानने के लिए NDTV और CSDS-Lokniti ने ओपिनियन पोल किया है.
इन सवालों पर हमने जानी लोगों की राय
इस सर्वे के दौरान जनता से पूछा गया है कि वे गहलोत सरकार के काम से कितना खुश हैं? आगामी चुनाव में क्या देखकर वोट करेंगे? महिलाओं के लिए किसका काम बेहतर है? प्रदेश में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा क्या है? महंगाई घटी या बढ़ी? इन सवालों पर लोगों ने कुछ ऐसे राय दिए.
सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा?
ये सर्वे 24 से 30 अक्टूबर के बीच किया गया है, जिसमें हर समुदाय, जाति, वर्ग के लोगों से बातचीत की गई है. राजस्थान की 200 में से 30 विधानसभा सीटों पर किए गए इस सर्वे में कुल 3032 लोगों से बातचीत की गई है. सर्वे के दौरान जब जनता से पूछा गया कि इस बार आपके लिए राजस्थान विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? तो कई जवाब समाने आए.
21 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी को बताया सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा
आंकड़ों के हिसाब से देखें तो 21 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया है. जबकि 20 प्रतिशत लोगों ने महंगाई को राजस्थान में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बताया है. इसी तरह 15 प्रतिशत लोगों ने गरीबी, 13 प्रतिशत लोगों ने विकास, 7 प्रतिशत लोगों ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा बताया है. इस दौरान 21 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने अन्य ऑप्शन का चयन किया. जबकि 3 प्रतिशत लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया.
5 साल में महंगाई बढ़ी या घटी?
सर्वे के दौरान जब जनता से पूछा गया कि 5 साल में महंगाई बढ़ी है, या घटी है? तो 72 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. जबकि 8 प्रतिशत लोगों ने कहां महंगाई वैसी की वैसी है. हालांकि 13 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पहले ही मुकाबले महंगाई घटी है.
इसी क्रम में जब जनता से पूछा गया कि उनके अनुसार पिछले 5 साल में बेरोजगारी बढ़ी है या घटी है? तो 40 प्रतिशत ने बढ़ाने पर सहमति जताई. जबकि 19 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने कहा कि बेरोजगारी न बढ़ी है, न घटी है, पहले जैसी ही है. वहीं 24 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने कहा कि पिछले 24 साल में महंगाई घटी है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 का रिजल्ट
राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम पर गौर करें तो कांग्रेस ने 195 सीटों पर चुनाव लड़ा था, और 100 सीटें जीत ली थीं. जबकि भाजपा ने 200 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 73 सीटें जीती थीं. ऐसे ही बीएसपी ने 190 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, बसपा को 6 सीटों पर जीत मिली थी.
हालांकि बाद में बसपा के ये सभी विधायक गहलोत के साथ शामिल हो गए थे. जिन्हें इस बार कांग्रेस ने अलग-अलग सीटों से उम्मीवादर भी बनाया है. आरएलपी के 58 सीटों पर उम्मीदवाद उतारे थे, जिनमें से सिर्फ 3 को जीत मिली थी. सीपीएम ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ था, लेकिन सिर्फ 2 सीटों पर ही जीत मिली. इसी तरह बीटीपी को 2, आरएलडी को 1 सीट पर जीत मिली थी. इनके अलावा 13 निर्देलीय उम्मीदवार जीते थे.
लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल हैं पांचों राज्यों का चुनाव
इस साल देश के पांच राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम में चुनाव होना है. यह इस साल का आखिरी चुनाव हैं. पांच विधानसभा की कुल 679 सीटों पर चुनाव होना है. अगर लोकसभा सीटों की बात करें तो यहां से कुल 83 सीटों पर अगले साल जंग होगी.
अगले साल लोकसभा का चुनाव होना है. ऐसे में पांचों राज्यों के चुनाव को लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. इस चुनाव में जिस पार्टी का प्रदर्शन जैसा रहेगा उसका असर लोकसभा चुनाव पर देखने को मिल सकता है.
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