Rajasthan Assembly Election Results 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद वोटों की गिनती लगातार जारी है. दोपहर दो बजे तक के रुझाने के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी. हालांकि जबतक वोटों की पूरी गिनती नहीं हो जाती यह कहना जल्दबाजी होगी. विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जोरदार प्रदर्शन से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. संतो की जीत से यह भी तय हो गया है कि प्रदेश में हिदुत्व की हवा बहने लगी है. भाजपा के चार संत प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित कर चुके हैं, जिनमें तिजारा विधानसभा से बाबा बालकनाथ मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी माने जा रहे हैं. भाजपा के संतो की जीत में भाजपा की हिंदुत्व को लेकर विशेष रणनीति कारगर साबित हुई.
भाजपा के नेताओं ने प्रदेश में रैली और जनसभा के दौरान अशोक गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए. सभाओं में कन्हैयालाल हत्याकांड समेत ऐसी घटनाओं का जिक्र किया. इसके साथ ही भाजपा ने किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट न देकर यह स्पष्ट संदेश दे दिया था कि वह हिंदुत्व को बढ़ावा देगी. बीजेपी ने बाबा बालकनाथ, महंत प्रतापपुरी और बालमुकुंद आचार्य जैसे महंत को टिकट देकर वोटरों को साधा है.
पोकरण विधानसभा सीट से महंत प्रतापपुरी जीते
वहीं पोकरण विधानसभा सीट से महंत प्रतापपुरी ने जीत हासिल की है. प्रतापपुरी पिछली बार यहां कांग्रेस प्रत्याशी शाले मोहम्मद से महज 872 मतों से हार गए थे. भाजपा ने प्रतापुरी की करीबी हार का दुख दूर करने के लिए दुबारा भरोसा जताया था और टिकट दिया था, जिस पर वे खरे उतरे हैं.
महंत प्रतापपुरी बाल्यकाल से ही संन्यासी हैं और बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं. उन्होंने गुरुकुल पद्धति से शास्त्रीय अध्ययन किया है, महंत प्रतापपुरी दो बार गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. वे विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय संत समिति से भी जुड़े हुए हैं.
हवा महल विधानसभा सीट से बालमुकुंद आचार्य जीते
हवा महल विधानसभा सीट राजधानी जयपुर शहर की सबसे हॉट सीट में से एक थी जहां से बालमुकुंद आचार्य जीते हैं. यहां साल 2018 में कांग्रेस के महेश जोशी ने जीत दर्ज की थी, 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के आरआर तिवारी बनाम भाजपा के बालमुकुंद आचार्य के बीच था.
सिरोही विधानसभा सीट से ओटाराम देवासी जीते
सिरोही विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी ओटाराम देवासी ने चुनाव में जीत हासिल की है. साल 2018 में निर्दलीय उम्मीदवार संयम लोढ़ा ने बीजेपी उम्मीदवार ओटाराम देवासी को हराया था. 2013 में इस सीट से ओटाराम देवासी चुनाव जीतकर देश के पहले गौ-पालन मंत्री बने थे. राजस्थान की सिरोही से बीजेपी ने ओटाराम देवासी और कांग्रेस ने संयम लोढ़ा को उम्मीदवार बनाया था.