Rajasthan News: एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर हनुमानगढ़ में बुधवार को किसानों की महापंचायत हुई. महापंचायत के बीच बातचीत के लिए 15 सदस्यीय किसानों का प्रतिनिधिमंडल प्रशासन के न्योते पर कलेक्ट्रेट पहुंचा. जिसमें किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को 20 दिन का अल्टीमेटम दिया है. अगर इन 20 दिनों के अंदर किसानों की मांग पूरी नहीं होती है तो 7 जनवरी को संगरिया में किसानों ने विशाल महापंचायत की चेतावनी दी है. इन 20 दिनों के दौरान टिब्बी में प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री के खिलाफ किसानों का शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रशासन के साथ किसानों की हुई वार्ता
किसान टिब्बी के राठीखेड़ा में एथेनॉल फैक्ट्री का लंबे समय से विरोध कर रहे हैं. बुधवार को हनुमानगढ़ की धान मंडी में हुई महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे. इस महापंचायत में राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी और जोगेंद्र सिंह उग्राहां समेत कई बड़े किसान नेता नजर आए. महापंचायत के बीच प्रशासन के न्योता पर किसानों का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा. इस दौरान हनुमानगढ़ जिला कलेक्ट्रेट में प्रशासन के साथ किसानों की लंबी वार्ता चली है.

फैक्ट्री और किसान विरोध पर कुछ अहम बातें
- फैक्ट्री के विरोध के दौरान टिब्बी में 10 दिसंबर को हिंसक घटना हुई, जिसमें कई गाड़ियों में आगजनी हुई और फैक्ट्री में भी तोड़फोड़ की गई.
- किसानों ने अपनी मांग को लेकर प्रशासन को 20 दिन का समय दिया है, इस दौरान मांग न पूरी होने पर फिर से एक विशाल महापंचायत की चेतावनी दी गई है.
- किसानों की प्रमुख मांगों में एथेनॉल फैक्ट्री का एमओयू रद्द करना और किसानों के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेना शामिल है.
- एथेनॉल फैक्ट्री के विरोध के बीच सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जो फैक्ट्री को लेकर आपत्तियों और जल प्रदूषण की आशंका का अध्ययन करेगी.
प्रशासन के सामने किसानों ने रखी मांगें
आईएएस रवि सुरपुर और आईएएस कानाराम, संभागीय आयुक्त, बीकानेर आईजी हेमंत शर्मा, जिला कलेक्टर खुशाल यादव, एसपी हरिशंकर एडीजीपी बीजू जार्ज जोसेफ ने किसान नेताओं के साथ बातचीत की. किसानों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच कलेक्ट्रेट में दो राउंड की वार्त हुई है. इस दौरान किसान नेताओं ने प्रशासन के साथ बातचीत में किसानों के ऊपर दर्ज मुकदमे वापस लेने और एथेनॉल फैक्ट्री के एमओयू रद्द करने की मांग रखी है. इस पर प्रशासन ने किसानों की मांगों को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखने की बात कही.

07 जनवरी को फिर से विशाल महापंचायत की चेतावनी
वार्ता के दौरान किसान नेताओं ने प्रशासन को अपनी मांग को लेकर 20 दिन का समय दिया है और कहा कि अगर 20 दिन में मांग नहीं पूरी होती है तो फिर विशाल महापंचायत होगी. प्रशासन के साथ वार्ता के बाद किसान नेता मंगेज चौधरी ने बताया कि प्रशासन के साथ वार्ता हुई है. किसानों की मांग को लेकर प्रशासन को 20 दिन का समय दिया गया है. अगर इन 20 दिनों में हमारी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो 07 जनवरी को संगरिया में विशाल महापंचायत होगी, जिसमें इस महापंचायत से भी अधिक लोग आएंगे. हालांकि, इन 20 दिनों के दौरान किसानों का शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहेगा.
सरकार ने बनाई एक कमेटी
उधर किसानों के महापंचायत से पहले सरकार ने निर्माणाधीन एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर मंगलवार को एक कमेटी बनाई है, जो फैक्ट्री को लेकर मिल रही आपत्तियां और जल प्रदूषण की आशंकाओं का अध्ययन करेगी. बीकानेर संभागीय आयोग की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई. इस कमेटी में वन एवं पर्यावरण विभाग के विशिष्ट शासन सचिव भी शामिल होंगे.इसके अलावा हनुमानगढ़ कलेक्टर को भी कमेटी में रखा गया है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के वरिष्ठ अभियंता अरविंद अग्रवाल और भूजल विभाग के चीफ इंजीनियर सूरजभान भी कमेटी में शामिल हैं.
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