
Schools Sports Materials: राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर की ओर से सरकारी विद्यालयों में खेल सामग्री का बजट देने की बजाय इस बार मुख्यालय स्तर से सीधा खेल सामान पहुंचाया जा रहा है. एक तो खेल सामान सप्लाई करने का काम सत्र पूरा होने पर किया जा रहा है और दूसरी और खेल सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. स्कूलों में सप्लाई की गई खेल सामग्री की गुणवत्ता देखकर शारीरिक शिक्षकों के साथ खिलाड़ी भी मायूस हो गए हैं. क्योंकि स्कूलों को जरूरत के अनुसार खेल सामग्री नहीं दी गई है और न ही खेल सामग्री खेलने लायक दी गई है. इसकी गुणवक्ता को लेकर राजस्थान के कई विद्यालयों में विरोध भी देखा जा रहा है.
इसको लेकर राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ के प्रदेश महामंत्री डॉ अशोक जाट ने राज्य परियोजना निदेशक आयुक्त, समग्र शिक्षा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर को एक लेटर लिखा है. यह लेटर बच्चों की खेल सामग्री में धांधली और घटिया क्वालिटी के संबंध में है, जिसमें दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है.
पहली बार हुई इस तरह की टेंडर प्रक्रिया
स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने का दावा करने वाला शिक्षा विभाग में आखिर इस तरह की घटिया खेल सामग्री क्यों वितरित की गई, यह बड़ा सवाल है. अब स्कूलों में परीक्षाओं का दौर जारी है ऐसे में यह सामग्री आ भी गई तो अगले सत्र में इस्तेमाल शुरू होगा, अभी तक स्कूल प्रबंधन सामग्री खरीदना था लेकिन पहली बार इस तरह की टेंडर प्रक्रिया हुई है.
खेल सामग्री की क्वालिटी पर उठ रहें सवाल
प्रतापगढ़ जिले के 1188 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 268 उच्च प्राथमिक विद्यालयों व 278 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में खेल सामग्री वितरित हो चुकी है. राजकीय प्राथमिक विद्यालय की सामग्री की बात की जाए तो 3964 रुपए, उच्च प्राथमिक विद्यालय में 7802 रुपए व उच्च माध्यमिक विद्यालय में 19,992 रुपए की खेल सामग्री पहुंची है. इसी प्रकार हर राजकीय विद्यालय में खेल सामग्री भेजी गई है.
प्रतापगढ़ ज़िले की साठपुर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की शारिरिक शिक्षिका निर्मला कुमारी मीणा ने NDTV से ख़ास बातचीत में बताया की इस बार वितरित की गई सामग्री क्वालिटी में सही नहीं है, पूर्व में विद्यालय द्वारा उच्च क्वालिटी की सामग्री खरीदी जाती थी, अभी सामग्री कीट में कई प्लास्टिक आईटम है, जो बच्चे एक या दो बार खेलेंगे तो टूट जाएंगे. वॉलीबॉल में हवा भरने पर धागे नजर आ रहे है.
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