
Kota News: प्यार में धोखा मिला तो एक सरकारी कर्मचारी ने मौत को गले लगा लिया. बाकायदा सुसाइड नोट में मौत का जिम्मेदार अपनी प्रेमिका और उसके नए प्रेमी को बताया है. परिजनों की रिपोर्ट के बाद कोटा पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. खास बात यह है कि जिस प्रेमिका और नए प्रेमी पर आरोप लगा है, वह दोनों भी सरकारी कर्मचारी हैं.
कोटा में कनिष्ठ लिपिक प्रकाश स्वामी के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद महिला और उसके प्रेमी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है. दोनों गुजरात में जीएसटी इंस्पेक्टर के रूप में तैनात हैं. नयापुरा थाना अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि घटनाक्रम कोटा के सिविल लाइन इलाके में हुआ है. मृतक मूल रूप से अलवर का रहने वाला है और कोटा के सिविल लाइन में निवासी प्रकाश स्वामी था.
शव परिजनों को सौंप दिया गया
इस मामले में खिड़की से किसी व्यक्ति ने मृत अवस्था में देखा था, जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली. शव को रिकवर कर मोर्चरी में शिफ्ट करवाया गया. परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस का कहना है कि मृतक के छोटे भाई गोपाल स्वामी ने ममता स्वामी और विष्णु शर्मा पर धमकाने का आरोप लगाया है, जिसकी वजह से उसके भाई ने आत्मघाती कदम उठाया. फिलहाल दोनों जीएसटी इंस्पेक्टर के पद पर गुजरात में तैनात हैं.
"मुझे चाय का कप समझा, काम खत्म होने पर फेंक दिया"
परिवार जनों का यह भी आरोप है कि साल 2020 में प्रकाश स्वामी की नौकरी लगी थी. उसके बाद से अलवर की ही रहने वाली ममता स्वामी उसके साथ 3 साल लिव-इन में रही. प्रकाश ने ममता की पढ़ाई में भी पैसा खर्च किया और उसको नौकरी लगवाई, लेकिन उसने नौकरी लगने के बाद ही धोखा दे दिया. इस धोखे को प्रकाश बर्दाश्त नहीं कर पाया और सुसाइड नोट में लिखा, "मुझे चाय का कप समझा, काम खत्म होने पर फेंक दिया. "
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