
Rajasthan News: क्या आपका हेलमेट भी बिना ISI मार्क वाला है? अगर हां, तो सावधान हो जाइए. ये सस्ता हेलमेट आपको पुलिस चालान से तो बचा लेगा, लेकिन आपकी गर्दन दर्द का कारण भी बन जाएगा, जिसके इलाज में आपको मोटी रकम खर्च करनी पड़ेगी. राजस्थान के भरतपुर जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.
6 महीने में मिले 150 मरीज
पिछले 6 महीने में सस्ते हेलमेट लगाने के कारण हुए गर्दन दर्द और अकड़न की शिकायत लेकर करीब 150 मरीज जिला फिजियोथैरेपी अस्पताल में पहुंचे हैं. इस वक्त फिजियोथैरेपी के माध्यम से उन सभी का इलाज किया जा रहा है.

गर्दन दर्द का थेरेपी से इलाज करते हुए एक मरीज की तस्वीर.
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'सस्ता हेलमेट यूज कर बने मरीज'
फिजियोथैरेपी स्पेशलिस्ट डॉ. बीएन शर्मा ने बताया, 'ये सभी लोग सस्ते हेलमेट का यूज करके मरीज बन गए हैं. यहां फिजियोथैरेपी के जरिए इनका इलाज चल रहा है. इसके साथ ही इन्हें अच्छी क्वालिटी का, कम वजन वाला हेलमेट पहनने की के लिए सलाह दी गई है.'
'पहले से आराम है, अभी इलाज जारी'
स्थानीय निवासी मरीज मनोज कुमार से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने NDTV राजस्थान से बातचीत में कहा, 'लंबे समय से मेरे सिर और गर्दन में दर्द रहता था. जब मैं डॉक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने बताया कि मेरे गर्दन दर्द की वजह ज्यादा वजनी हेलमेट है. उनका इलाज अभी जारी है. पहले से आराम है. लेकिन मैं सभी को यही सलाह दूंगा कि अच्छी क्वालिटी के हल्के हेलमेट की यूज करें.'

गर्दन और कमर दर्द का मशरीन से इलाज कराते हुए मरीज की तस्वीर.
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रोजाना 50 लोगों के कट रहे चालान
यातायात प्रभारी अजय कुमार मीणा का कहना है कि यातायात के नियमों के उल्लंघन करने वाले यानि बिना हेलमेट के टू व्हीलर चलाने वाले प्रतिदिन 50 के आस-पास लोगों के चालान किए जा रहे हैं. ट्रैफिक प्रभारी ने भी अच्छी क्वालिटी और आईएसआई मार्का के हेलमेट पहने की सलाह दी है.
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