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बालाजी समझकर सालों से पूजा कर रहे थे लोग, खुदाई में निकली जैन प्रतिमा

शीतला माता मंदिर में एक प्रतिमा थी, जिसे अब तक लोगों द्वारा बजरंगबली की प्रतिमा के रूप में पूजा कर रहे थे. इस प्रतिमा के सीन के नीचे का हिस्सा जमीन में गड़ा हुआ था. जिस पर कभी किसी का ध्यान नहीं गया.

बालाजी समझकर सालों से पूजा कर रहे थे लोग, खुदाई में निकली जैन प्रतिमा

Balaji: राजस्थान से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां लोग प्रतिमा को बालाजी समझकर सालों से पूजा कर रहे थे. जब उसके जीर्णोद्धार के लिए खुदाई की गई तो वह जैन प्रतिमा निकली. यह मामला राजस्थान के झालावाड़ जिले का है. यहां पनवाड़ कस्बे में शीतला माता के मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए खुदाई की जा रही थी. लेकिन जब खुदाई हुई तो पूरा गांव चौंक गया. क्यों कि लोग दशकों से इसकी पूजा बालाजी समझ कर रहे थे.

पनवाड़ कस्बे में शीतला मंदिर में ग्रामीण सालों से अब तक जिस प्रतिमा को बजरंबली की प्रतिमा समझ कर पूजते रहे उस प्रतिमा की जब सफाई की गई तो वह प्रतिमा जैन भगवान महावीर की निकली. जबकि अन्य स्थानों पर भी खुदाई की गई तो वहां भी जैन प्रतिमा के अवशेष मिले हैं.

महावीर की प्रतिमा निकलने के बाद पहुंच रहे जैन समुदाय के लोग

ग्रामीणों ने बताया कि शीतला माता मंदिर में एक प्रतिमा थी, जिसे अब तक लोगों द्वारा बजरंगबली की प्रतिमा के रूप में पूजा कर रहे थे. इस प्रतिमा के सीन के नीचे का हिस्सा जमीन में गड़ा हुआ था. जिस पर कभी किसी का ध्यान नहीं गया, लेकिन अब मंदिर में जीर्णोधार का कार्य चल रहा है तो इस प्रतिमा की साफ-सफाई की जा रही थी तो अंदर से जो प्रतिमा निकली वह बजरंगबली की न होकर भगवान महावीर की प्रतिमा जैसी प्रतीत हुई. उसके बाद जब खुदाई की गई तो यह पूरी प्रतिमा जमीन से निकल आई जो खड्गासन अवस्था में है. 

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यहां खुदाई में अन्य जैन प्रतिमाएं भी निकली है जो पद्मासन अवस्था में है. इसके अलावा कुछ अन्य अवशेष भी मिले हैं जो जैन समुदाय से संबंधित बताए जा रहे हैं. वहीं स्थानीय जानकारों की माने तो खुदाई में निकली जैन प्रतिमाएं श्वेतांबर जैन समाज की अरिहंत सिद्ध प्रतिमाएं बताई जा रही हैं. खुदाई के दौरान जैन प्रतिमाएं मिलने की बात इलाके में फैलने के साथ ही पनवाड़ में जैन समुदाय के लोगों का पहुंचना भी शुरू हो गया है. इलाके में जैन प्रतिमाओं का मिलना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है.

जैन मंदिर होने का निकला प्रमाण

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पनवाड़ से कुछ ही किलोमीटर दूर जैन तीर्थ चांदखेड़ी स्थित है जिसकी ख्याती  विदेशों तक फैली हुई है. यहां बड़ी तादाद में श्रद्धालु देश और विदेश से पहुंचते हैं. वहीं आसपास के क्षेत्र में झालावाड़ और झालरापाटन शहरों में भी जैन संप्रदाय के काफी मंदिर और प्राचीन प्रतिमाएं हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि पूर्व में यहां जैन मंदिर रहा हो सकता है.

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