
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा शहर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 साल से करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार हुई 10 -10 हजार रुपए की इनामी पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय विद्यालय का शिक्षक जिनके खिलाफ दो राज्यों में करीब 13 प्रकरण में पुलिस को तलाश थी. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ अमृता दुहन ने बताया कि अनन्तपुरा पुलिस थाना की टीम ने कोटा रेंज में पिछले 3 साल से करीब 10 प्रकरणों में वान्छित आरोपी पवन जैन और मीना देवी जैन की तलाश के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था. लगातार प्रयास करते हुए आज दोनों आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली.
पकड़े गए दोनों आरोपियों ने ट्रेडिंग में पैसा लगाकर अच्छा मुनाफा दिलवाने का लालच देकर कई लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की थी और फिर फरार हो गए थे.
कैसे देता था वारदात को अंजाम
ओरोपी पवन जैन केन्द्रीय विद्यालय झालावाड में शिक्षक के रुप में कार्यरत था. पवन जैन को ऑनलाईन ट्रेडिंग का शौक लग गया, जिसमें वह अपनी तनख्वाह लगा कर शेयर व विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग का काम करना शुरु कर दिया. मगर रकम कम होने से ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था. इसके बाद उसने अपने जानकार लोगों से 5 प्रतिशत मासिक रिर्टन पर रकम लेकर पहले तो Octa Fx नाम के ब्रोकर पर forex ट्रेडिंग की फिर ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए रूस की Nord Ex कम्पनी के ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग की जिसमें लोगों की रकम ट्रेडिंग में लगायी कुछ समय तक तो लोगों को भुगतान करता रहा. लेकिन बाद में कोटा, झालावाड, बूंदी, बारां, भोपाल और इन्दौर के लोगों के करीब 10 करोड़ रुपये ट्रेडिंग में लगा दिये, मगर Nord Fx ब्रोकर कम्पनी द्वारा विड्रोल भुगतान देना बंद कर दिया. वेबसाइट पर बने हुए खाते हैक कर दिया. जिससे लोगों को भुगतान नहीं दे पाया, लोगों के घर और स्कूल पर आकर हंगामा करने पर परिवार सहित कोटा से फरार हो गया. आरोपी ने खुद और अपनी पत्नी मैना देवी के नाम से लोगों से रुपये प्राप्त कर अपने बैंक खातों में ट्रांसफर किये थे. इस संबंध में थाना अनतंपुरा पर भी प्रकरण संख्या 338/2022 दर्ज था.
पुराना मोबाइल बेचने की जानकारी से पकड़ में दोनों
दोनों पति-पत्नी पर कोटा, झालावाड़ में 5 प्रकरण दर्ज होने पर आरोपी दम्पति ने अपने मोबाइल, बैंक खाता बंद कर दिए थे. गत वर्ष दिसम्बर में दोनों आरोपीयो को भगौडा घोषित कर पत्रावली बन्द करने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय भिजवाई गई थी. जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा थानाधिकारी अनन्तपुरा के नेतृत्व में टीम गठीत कर आरोपियों की गिरफ्तारी करने के निर्देश जारी किये. दम्पती की गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रुपये का इनाम भी जारी किया. आरोपी दम्पति के आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट व समस्त बैंको के खातों की जानकारी जुटाई गई. सभी खातो व आधार कार्ड, पेन कार्ड की गतिविधियों पर निगरानी रखी गई.
इसी दौरान पवन जैन के द्वारा 2020 में प्रयोग किये गये एक APPLE कम्पनी के मोबाइल को CASIFI एप्प जो की पुराने मोबाइल खरीदने के लिए बना हैं. उस एप्प पर बेचने की जानकारी प्राप्त हुई. जिसमें समस्त डाटा प्राप्त किया गया, तो पाया गया कि उक्त फोन आरोपी की बेटी ने विक्रय किया था, फोन के पैमेन्ट तो पंश्चिम बंगाल के फर्जी खाता में डलवाया गया. मगर ओटीपी के नम्बर उसने अपने स्वयं के नये नम्बर दे दिये, जिस पर उस नम्बर की निगरानी रखते हुए सीडीआर व लोकेशन ली गई तो वो नम्बर लखनऊ यूपी में चलना पाया गया था उक्त नम्बर की सीडीआर की गहनता से विश्लेषण करने पर आरोपी पवन जैन और मैना देवी जैन के नम्बर व लोकेशन प्राप्त की गई.
जहां पर टीम भेजकर दोनों को दस्तयाब किया. वहां पर वह निर्माणाधीन भवन में किराये पर रह रहे थे. पवन जैन ट्यूशन पढ़ाकर और उसकी पत्नी सिलाई करके परिवार का गुजर बसर कर रहे थे. आरोपी इससे पहले एक साल नागपुर रहकर फरारी काटी थी, बेटी के द्वारा फोन बेचने के प्रोसेस से पुलिस को मिले डाटा के विश्लेषण से आरोपी पुलिस की पकड़ में आये फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी हैं.
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