Banswara News: राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में कोरोना काल में चार ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के बावजूद निजी फर्म से ऑक्सीजन खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है.
एक महीने से बाहर से खरीदी जा रही है ऑक्सीजन
एमजी अस्पताल में चल रहे ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता हर मिनट 1100 लीटर ऑक्सीजन बनाने की है. इस ऑक्सीजन को 200 बेड पर 24 घंटे सप्लाई किया जा सकता है. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन अलवर जिले के भिवाड़ी की एक निजी कंपनी से हर महीने 1 लाख रुपए की ऑक्सीजन मंगवाकर यहां लिक्विड प्लांट में भरकर अस्पताल में सप्लाई कर रहा है.
अस्पताल में पहले ही लगे हुए है ऑक्सीजन के चार प्लांट
350 बेड वाले इस अस्पताल में 200 बेड ऑक्सीजन सपोर्टेड हैं. 4 प्लांट से उत्पादन किया जाए तो सभी 200 बेड पर खपत के हिसाब से ऑक्सीजन की मात्रा दोगुनी हो सकती है, लेकिन इन प्लांट को पूरी तरह चलाने की बजाय भिवाड़ी से लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन खरीदकर सप्लाई की जा रही है. बाहर से ऑक्सीजन खरीदने पर हर महीने औसतन एक लाख रुपए तक खर्च हो रहे हैं.
जयपुर से हुआ है लिक्विड ऑक्सीजन का टेंडर
एमजी अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि कोरोना काल में एमजी अस्पताल में चार ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे. सभी चालू हालत में हैं. लिक्विड ऑक्सीजन का टेंडर जयपुर से हो चुका है. सप्लाई भी वहीं से आती है. चारों प्लांट बारी-बारी से 7-7 दिन चलते हैं। खपत के हिसाब से इसका बिल भी जयपुर से बनता है.
कब कितनी की गई ऑक्सीजन की खरीद
खरीद की तारीख | कितनी मात्रा में हुई खरीद |
निजी फर्म से 11.12.2023 | 8910 किलो |
17.06.2024 | 10790 किलो |
21.01.2024 | 9820 किलो |
01.08.2024 | 8160 किलो |
23.03.2024 | 6760 किलो |
27.08.202 | 8930 किलो |
10.04.2024 | 8980 किलो |
18.10.2024 | 9980 किलो |
09.05.2024 | 9030 किलो |
कुल मिलाकर नौ माहीने में कुल ऑक्सीजन 10.900 किलो लीटर ऑक्सीजन खरीदी गई जिसकी प्रति किलो लीटर रेट 10.09 रुपए है जिसमें हिसाब से 10 लाख 900 रुपए का भुगतान किया गया.