Rajasthan News: राजस्थान में बालोतरा जिले के सिवाना उपखंड के पादरू गांव में दो दिन पहले चचेरे भाई-बहन की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए दो बाल अपचारियों को निरुद्ध किया है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि एक बालअपचारी ने अपने चाचा के घर में ही चोरी का प्लान बनाया था. चोरी की घटना के दिन चाचा किसी शादी समारोह में भाग लेने के लिए पास ही एक गांव गया हुआ था. आरोपी चोरी की नीयत से उनके घर में घुसा, लेकिन घर के आंगन में सो रहे चचेरे भाई की आंख खुल जाने के कारण उसने उसे पहचान लिया. चोरी की पोल खुल जाने के डर से उसने पास ही रखी कुल्हाड़ी से अपने भाई की गर्दन पर वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
भाई-बहन की गर्दन पर किया वार
घटना के वक्त पास में ही सो रही चचेरी बहन भी उस वक्त जाग गई, तो उसने उस पर भी कुल्हाड़ी से वार कर दिया, जिससे उसकी भी मौत हो गई. आरोपी ने बाद में घर में रखे गहने व नकदी चोरी की. घटना को अंजाम देकर वह वहां से फरार हो गया. पूरे घटनाक्रम में उसने अपने एक और चचेरे भाई को भी साथ में रखा और उससे रैकी भी करवाई. घटना के वक्त उसे घर के बाहर पहरेदारी के लिए खड़ा करके वह घर में घुसा था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी के रुपए व गहने बरामद किए हैं और हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है. पुलिस ने दोनों बाल अपचारियों को संरक्षण में लेकर आगे की कार्यवाही प्रारंभ कर दी है.
बेटी 12 तो बेटे की 8 वर्ष थी उम्र
गौरतलब है कि 23 अप्रैल को पादरू निवासी देरामराम मेगवाल अपने परिवार के सदस्यों के साथ पास ही के गांव मिठोडा में अपने रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में भाग लेने के लिए गया था. देरामराम ने अपनी 12 वर्ष की बेटी झम्मू व 8 वर्षीय बेटे को घर पर ही रखा और पड़ोस में रहने वाले अपने भाई नारायण राम को बेटे गौतम उम्र 13 वर्ष को अपने घर पर सोने के लिए कह कर विवाह समारोह में निकल गए थे. सुबह परिवार के सदस्य शादी समारोह से वापस घर पहुंचने पर झम्मू व गौतम के खून से लथपथ शव देखे तो उनके होश उड़ गए. दोनों मासूम की देर रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार के साथ गला काट कर हत्या कर दी. दोनों के शरीर पर अन्य जगह भी घाव के निशान पाए गए. रात हुए घटनाक्रम में 8 वर्षीय मासूम कुछ दूरी पर सो रहे मासूम के नींद में होने व अंधेरा होने के कारण शायद हत्यारा देख नहीं पाया और उसकी जान बच गई.
पुलिस ने 36 घंटे में सुलझाया केस
दोनों मासूमो की हत्या की खबर गांव में आग की तरह फैल गई और बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी, जिस पर बालोतरा एसपी कुंदन कंवरिया, डीएसपी नीरज शर्मा भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली. पुलिस ने एफएसएल टीम व डॉग स्क्वाड द्वारा मौके से सबूत इकट्ठे किए और दोनों मासूमो के शवों को मोर्चरी में रखवाया. पुलिस द्वारा हर पहलू की बारीकी से जांच कर ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में 36 घंटे में ही सफलता हासिल की.