Balotara News: शमशान का नाम आते ही पहली तस्वीर सामने आती है उजाड़ पड़े स्थल की ,लेकिन बालोतरा जिले के आसोतरा गांव के युवाओं की नई सोच और पहल से सार्वजनिक श्मशान घाट की तस्वीर बदल दी,आज वह मुक्तिधाम किसी सार्वजनिक पार्क जैसा नजर आ रहा है.
शमशान स्थल के चारो और चारदीवारी के बीच रंग बिरंगे फूल और हरियाली से सजा सार्वजनिक मुक्तिधाम अपने बदलाव की कहानी बता रहा है. यहां हर समाज के लिए अलग अलग पक्के शवदाह गृह बनाए गए, इस जगह पानी की समुचित व्यवस्था के लिए अलग अलग पानी के टांको का भी निर्माण किया गया है.
श्मशान स्थल पर शिव मंदिर के साथ पक्षियों के लिए एक बड़ा चुग्गा घर का भी निर्माण किया गया,जो वहां से गुजरने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है. ग्रामीणों के अनुसार पहले बबूल की झाड़ियों से व उजाड़ से पड़ा श्मशान घाट में शव दाह के लिए आने वाले ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ती थी, लेकिन गांव के युवाओं ने इसकी तस्वीर बदलने की सोची.
गांव के भंवरलाल चौधरी ने बताया कि, गांव के अधिकांश युवा रोजगार के लिए देश के अलग अलग कोनो में अपना व्यवसाय कर रहे है, बड़े शहरों में आधुनिक और सुविधायुक्त श्मशान स्थल देखकर उन्होंने गांव में भी श्मशान स्थल को सुंदर और सुविधाजनक बनाने की शुरुआत की इस स्थल पर 2 हजार पौधों का वृक्षारोपण किया गया, आज यहां झूलों और रोशनी के लिए लाइट पोल लगाने की तैयारी चल रही है.
ग्रामीण भी अब युवाओं की पहल की तारीफ कर रहे और यहां हो रहे अन्य विकास में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं .श्मशान के पास ही गांव द्वारा संचालित गौशाला को भी आधुनिक बनाने की शुरुआत की गई है, इस गौशाला में गांव के साथ आसपास के गांवों के आवारा गौवंश के लिए आशियाना बनाया जा रहा है.
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