
ACB News Rajasthan: अजमेर जिले के नसीराबाद तहसील के बाघसुरी गांव से बड़ा मामला सामने आया है. यहां कार्यरत पटवारी प्रवीण तंवर पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा है. एक परिवादी ने उसके खिलाफ जिला कलेक्टर को शिकायत दी, साथ ही रिश्वतखोरी का वीडियो भी सार्वजनिक कर दिया. बावजूद इसके अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है. यह वीडियो पीड़ित में अपने मोबाइल कैमरे में 8 अगस्त को रुपए देते हुए वीडियो बनाया गया था.
1 मिनट 14 सेकंड के दौरान 500 के 20 नोट लिए पटवारी ने
वायरल हुए 1 मिनट 14 सेकंड के वीडियो में पटवारी प्रवीण तंवर और परिवादी देवकरण गुर्जर के बीच बातचीत साफ सुनाई देती है. वीडियो में पीड़ित अपने पर्स से 1000 रुपए निकालकर देने की बात करता है, जिस पर पटवारी कहता है, यह राशि कम है, दो हजार देने होंगे. पीड़ित खुद को गरीब आदमी बताते हुए कम देने की गुजारिश करता है. इसके बाद वह जमीन पर रखे 20 नोट गिनकर पटवारी को थमाता है. पटवारी उन नोटों को अपनी फाइल के नीचे दबाते हुए “राशि कम है” की टिप्पणी करता है और फिर परिवादी को जाने के लिए कह देता है.
वीडियो वायरल होने के बाद भी कार्रवाई नहीं बना चर्चा का विषय
देवकरण गुर्जर का आरोप है कि पटवारी ने रिश्वत न देने पर काम रोकने और यहां तक कि धमकी तक दी कि जहां चाहे शिकायत कर दो, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता पीड़ित ने साफ कहा कि अब उसे सिर्फ न्याय और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई चाहिए. गांव में चर्चा है कि कुछ रसूखदार नेता और स्थानीय लोग पटवारी को बचाने में लगे हुए हैं.
यही कारण है कि कलेक्टर तक शिकायत पहुँचने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई ठप पड़ी है. अब देखने वाली बात यह होगी कि विभागीय जाँच किस दिशा में जाती है और भ्रष्टाचार के इस मामले में जिम्मेदारों पर कब तक शिकंजा कसता है.
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