
Rajasthan News: राजस्थान की सियासत में एक बार फिर तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर करारा हमला बोला है. राठौड़ के बयानों ने राजस्थान की सियासत को गर्मा दिया है. उन्होंने गहलोत के बयानों को बेबुनियाद बताया और कहा कि कांग्रेस पूरी तरह बिखरी हुई है. राठौड़ ने कहा कि गहलोत को लगता है कि उनकी सियासी जमीन खिसक रही है. वे बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हैं, जबकि बीजेपी का सिद्धांत अंत्योदय है.
राठौड़ ने दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी हर वंचित व्यक्ति को सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पहले चरण में 5000 गांवों को बीपीएल से एपीएल में लाने का लक्ष्य रखा है.
"कांग्रेस में फूट, विपक्ष कमजोर"
राठौड़ ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी में एकजुटता का अभाव है. सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा और गहलोत अलग-अलग सुर में बोलते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष हर उपचुनाव में हार रहा है और बैसाखी के सहारे जीवित है. राठौड़ ने गहलोत पर गंभीर आरोप लगाया कि कांग्रेस उन विधायकों का साथ दे रही है, जो सवाल पूछने के बदले पैसे लेते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि गहलोत और डोटासरा ऐसे लोगों का साथ क्यों नहीं छोड़ते?
अधिकारियों पर भी सवाल
प्रशासनिक अधिकारियों के मुद्दे पर राठौड़ ने गहलोत को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि गहलोत के समय में लगाए गए अधिकारी उनके हित में काम करते थे. अब बीजेपी सरकार उन पर अंकुश लगा रही है. राठौड़ ने कहा कि अधिकारी को सरकार ही नियंत्रित करती है और मौजूदा सरकार सही दिशा में काम कर रही है.
बजरी माफिया पर निशाना
बजरी माफिया के मुद्दे पर राठौड़ ने गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय बिना ठेकों के बजरी का अवैध कारोबार फला-फूला. अब भजनलाल सरकार ने ठेके शुरू किए हैं, जिससे व्यवस्थित खनन और राजस्व बढ़ेगा. हालांकि सुधार में अभी थोड़ा वक्त लगेगा.
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