Rajasthan Politics: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के राज परिवारों पर लिखे गए लेख को लेकर राजनीति गरमा गई है. दिया कुमारी समेत राजस्थान के कई नेताओं ने राहुल गांधी के लेख में जो लिखा गया, उसकी निंदा की. अब भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास भी राहुल गांधी के लेख पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि इससे घटिया और नीचता की बात नहीं हो सकती है. देश की सभ्यता का समर्थन करने में राजा महाराजाओं की बड़ा योगदान रहा है. आज हम जो अखंड भारत देख रहे हैं. उसमें राजपूत क्षत्रिय समाज का बड़ा योगदान है.
बीजेपी प्रभारी बोले- राहुल गांधी मांगे माफी
राजस्थान भाजपा प्रभारी ने कहा कि घास की रोटी खाकर जिन महाराणा प्रताप ने मुगलों से हार नहीं मानी. राहुल गांधी ने अपने आलेख के माध्यम से पूरे देश के संपूर्ण राजपूत को लेकर कहा कि राजपूत ने ब्रिटिश का साथ दिया. राजस्थान की अस्मिता के लिए, संस्कृति के लिए किसी राष्ट्रीय नेता की इतनी अपमानजनक टिप्पणी कतई स्वीकार्य नहीं है. क्षत्रिय समाज यह अपमान नहीं सहेगा. राजस्थान को यह स्वीकार्य योग्य नहीं है. मैं राहुल गांधी को स्पष्ट सलाह दे रहा हूं. अभी भी समय है कि अपनी मूर्खता पूर्ण बातों को वापस लें और पूरे देश के क्षत्रिय समाज से माफी मांगे. अन्यथा उन्हें आने वाले समय में प्रचण्ड विरोध सहना पड़ेगा.
राधा मोहन दास अग्रवाल का राजकुमार रोत पर हमला
राधा मोहन दास ने आगे कहा कि मैं राष्ट्रीय महामंत्री हूं और वह (वसुंधरा राजे) राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है और भाजपा की राष्ट्रीय नेतृत्व की संस्था में मुझसे वरिष्ठ है. मैं किसी चुनाव प्रचार में क्या मंच पर गया हूं. मैं पिछले 3 महीने से राजस्थान में घूम रहा हूं. मुझे यह क्यों सवाल नहीं पूछा कि आप मंच पर जाकर भाषण क्यों नहीं देते. भाजपा की संस्कृति है उपचुनाव को हम लोग स्थानीय चुनाव मानते हैं और स्थानीय नेताओं के माध्यम से इसमें प्रचार होता है. हमारा काम मैनेजमेंट का है. वहां के सांसद (राजकुमार रोत) अपनी राजनीति चमकाने के लिए संपूर्ण आदिवासी समाज को राष्ट्रविरोधी और हिंदू विरोधी बताने का प्रयास किया है. इसीलिए वहां के भील समाज में आक्रोश है.
सचिन पायलट और गहलोत पर भी हमला
उन्होंने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव प्रचार करने पर कहा कि राजस्थान में चुनाव हो रहे और भागे फिर रहे महाराष्ट्र और झारखंड में. अरे अपने राजस्थान में तो देखो. यहां पतवार संभालने को वह तैयार नहीं है. इसका मतलब कांग्रेस पार्टी को ही समझ में आ गया है कि 2018 से लेकर 2023 तक जितना अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार इन लोगों ने किया है. अब जनता उनको हराएगी.
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