
Rajasthan News: राजस्थान की राजनीति में अंता से भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा (Kanwarlal Meena) की सदस्यता को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है. सोमवार को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने भाजपा सरकार और विधानसभा अध्यक्ष पर जमकर हमला बोला. इससे पहले आज ही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्पीकर पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुए विधानसभा में अहम पद से इस्तीफा दे दिया है. अब प्रेस कॉनफ्रेंस के दौरान नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि अभी डोटासरा जी इस्तीफा दिया है. आने वाले दिनों में और भी निर्णय होंगे.
'राज्यपाल से सजा माफ कराने की योजना'
टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक को तीन मामलों में सजा मिल चुकी है, सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली. कोर्ट ने दो सप्ताह में सरेंडर करने के आदेश दिए थे, लेकिन अब 19 दिन बाद भी विधायक कंवरलाल की सदस्यता समाप्त नहीं की गई.
स्पीकर महोदय फाइल पर कुंडली मार कर बैठे हैं. राज्य सरकार अब राज्यपाल से सजा माफ कराने की योजना बना रही है और शायद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) का आज राज्यपाल से मिलने का उद्देश्य भी यही रहा हो.
'दिल्ली में विधायक को बचाने की प्लानिंग'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा दिल्ली में विधायक को बचाने की प्लानिंग हो रही है. कानून मंत्री के यहां बैठकें हो रही हैं, जबकि सजा पा चुके विधायक को पुलिस सुरक्षा मिल रही है. स्पीकर आरएसएस और भाजपा के इशारों पर चल रहे हैं. भारती भवन से आए संकेत के आधार पर ही नरेंद्र बुड़ानिया को समिति से हटाया गया.

आने वाले दिनों में और भी बड़े निर्णय होंगे'
इससे पहले डोटासरा और जूली ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें मांग की गई है कि विधायक की सदस्यता के मामले में संविधान सम्मत निर्णय लिया जाए. उन्होंने कहा कि देश में सभी जनप्रतिनिधियों के लिए एक समान कानून लागू होना चाहिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोटासरा ने संकेत दिए कि आने वाले दिनों में और भी बड़े निर्णय कांग्रेस की ओर से लिए जाएंगे.
यह भी पढे़ं-
डोटासरा ने किया इस्तीफे का ऐलान, कहा- संवैधानिक व्यक्ति... पक्षपातपूर्ण हों तो लोकतंत्र के लिए घातक'