Rajasthan News: कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के खिलाफ देश भर में जारी आंदोलन के समर्थन में हड़ताल कर रहे राजस्थान के रेजिडेंट डॉक्टरों ने 11 दिन बाद अपनी हड़ताल समाप्त कर दी. जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (JARD) के अध्यक्ष डॉ. मनोहर सियोल ने कहा कि गुरुवार रात एक बैठक में सुप्रीम कोर्ट एवं राज्य सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया गया. शुक्रवार सुबह सभी डॉक्टर्स पहले की तरह अपने-अपने काम पर जांएगे. इस फैसले के चलते आज राजस्थान के लगभग सभी अस्पतालों में मरीजों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल सकती हैं.
'काम पर लौटें, कोई कार्रवाई नहीं होगी'
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने को कहा था. साथ ही उन्हें आश्वासन दिया था कि काम पर लौटने के बाद उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी. इसी के चलते देश भर में आरडीए के एक प्रमुख निकाय, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने हड़ताल वापस लेने के अपने फैसले की घोषणा की, और रेजिडेंट डॉक्टरों को अपनी ड्यूटी पर फिर से लौटने के लिए कहा. वहीं डॉक्टरों की प्रमुख संस्था फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने भी विरोध वापस लेने के अपने फैसले की घोषणा कर दी.
आज सुबह 8 बजे से शुरू होंंगी सेवाएं
उदयपुर में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. जतिन प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि हड़ताल के कारण ओपीडी, इलेक्टिव ऑटी और वार्ड ड्यूटीज को अभी तक बंद करके रखा हुआ था. लेकिन शुक्रवार सुबह 8:00 बजे से ये पहले की तरह दोबारा शुरू हो जाएंगी. पूरे राजस्थान की आरडीए और उदयपुर की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने एक जीबीएम बुलाई थी, जिसके अन्दर इस डिसीजन को लिया गया है. इसके अलावा हमारी यूनियन एक कमेटी बनायेगी, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सब्मिट करेगी. इसके जरिए प्रशासन को बताया जाएगा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स का क्या क्या समस्याए हैं.
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