
Ashok Gehlot: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकारी विश्वविद्यालय में समस्याओं का जिक्र करते हुए सरकार पर निशान साधा. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर लिखते हुए कहा कि राजस्थान के लगभग सभी सरकारी विश्वविद्यालय दो कर्मियों से जूझ रहे हैं. पहली पढ़ाई के लिए रिक्त शैक्षणिक पद, एवं दूसरी रिटायर्ड हो चुके शिक्षकों को पेंशन.
गहलोत ने अपने एक्स पर लिखते हुए कहा कि अधिकांश विश्वविद्यालय में शैक्षणिक पद रिक्त हैं जिसके कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ रहा है. परंतु इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
राजस्थान के लगभग सभी सरकारी विश्वविद्यालय दो कमियों से जूझ रहे हैं। पहली, पढ़ाने के लिए रिक्त शैक्षिक पद एवं दूसरी, रिटायर्ड हो चुके शिक्षकों की पेंशन।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 11, 2025
अधिकांश विश्वविद्यालयों में शैक्षिक पद रिक्त हैं जिसके कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है परन्तु इस ओर ध्यान नहीं…
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिटायर्ड शिक्षकों को पेंशन नहीं मिलने के मामले को लेकर कहा कि जिन शिक्षकों ने अपना पूरा समय विद्यार्थियों को ज्ञान देकर उनका जीवन सामान्य में लगा दिया उन्हें पेंशन नहीं मिल पा रही है. इससे वृद्धावस्था में वह अपना घर चलाने के लिए दूसरों के भरोसे है.
उन्होंने लिखा, ''जोधपुर के जैन नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कई पेंशनर्स पिछले लंबे समय से धरने पर है. गहलोत ने राजस्थान के भजन लाल सरकार को कहा कि वह इन दोनों विषयों पर गंभीरता से ध्यान देकर उनकी समस्या का समाधान निकाले.''
यह भी पढ़ें - हाई कोर्ट के फैसले के बाद भावुक हुए वकील फतेहराम मीणा, 8 महीने बाद नरेश मीणा को मिली ज़मानत