Rajasthan Roadways: झालावाड़ रोडवेज डिपो में पिछले कुछ सालों से भ्रष्टाचार का जबरदस्त खेल चल रहा है. यहां एक गिरोह पूरे डिपो को मनमाने तरीके से संचालित कर रहा है. ऐसे में झालावाड़ रोडवेज डिपो लगातार बर्बादी की ओर बढ़ रहा है. भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की एक बानगी सोमवार को उस वक्त देखने को मिली, जब 52 सीट वाली बस में 64 सवारियां भरी हुई थी, उनमें से 63 सवारियां बिना टिकट पाई गई, जबकि मात्र एक सवारी के पास टिकट मिला.
सिर्फ एक सवारी के पास टिकट
जानकारी के अनुसार, डिपो के एक परिचालक ने 52 सीटर बस में बैठी 64 सवारियों में से केवल एक सवारी को टिकट देकर बस को रवाना कर दिया. बाद में चेकिंग के दौरान बस के परिचालक के ऊपर 63 सवारी का रिमार्क लगाया गया है. झालावाड़ डिपो के मुख्य प्रबंधक ने बताया कि पिछले कई दिनों से झालावाड़ डिपो की झालरापाटन से जोधपुर बस की इनकम कम आ रही थी. इसको लेकर डिपो के सहायक प्रबंधक कुलदीप मेहरा को अकस्मात चेकिंग के निर्देश दिए गए थे.
कंडक्टर का होगा निलंबन
इसके बाद झालावाड़ कोटा मार्ग पर मंडाना के समीप जोधपुर से झालरापाटन की ओर लौट रही रोडवेज बस को रुकवा कर जब उसकी चेकिंग की गई तो उसमें 64 यात्री बैठे मिले, जिनमें से केवल एक यात्री के पास ही टिकट था. ऐसे में सहायक प्रबंधक की ओर से परिचालक विपुल पारीक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 63 यात्रियों का रिमार्क लगाया है. वहीं, भ्रष्ट कंडक्टर को निलंबित करने के लिए प्रदेश मुख्यालय को लिखा है.
जानकारी के मुताबिक, झालावाड़ रोडवेज डिपो में एक माफिया ग्रुप काम कर रहा है. जो सूचनाओं के आदान-प्रदान से लेकर भ्रष्ट अधिकारियों चालकों परिचालकों को बढ़ावा देकर मनमाने तरीके से बसों का संचालन करवाने का काम करके झालावाड़ रोडवेज डिपो को लगातार घट पहुंच रहा है.
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