Rajasthan: एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसओजी की कार्रवाई के बीच कई ट्रेनी एसआई छुट्टी पर चले गए हैं. इनकी संलिप्तता जांच के बाद ही साफ हो पाएगी लेकिन, अचानक इतने ट्रेनी एसआई के छुट्टी पर जाने से कई सवाल खड़े हुए हैं. एसओजी ने पिछले दिनों पेपर लीक गैंग के सरगना भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण को गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में कई नाम सामने आए थे. तभी एसओजी ने अफीम तस्कर भागीरथ राम के बेटे बेटी दिनेश और प्रियंका को गिरफ्तार किया था. कुछ और ट्रेनी एसआई पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी. इसलिए भी इन छुट्टियों को संदेह की नजरों से देखा जा रहा है.
डमी कैंडिडेट वर्षा को किया था गिरफ्तार
एसआई भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाली वर्षा बिश्नोई को जोधपुर पुलिस ने काफी नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया है. एसओजी ने वर्षा बिश्नोई पर 25 हजार रुपए का इनाम रखा था. वर्षा ने अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा दी थी. एसआई भर्ती परीक्षा में उसने इंदुबाला और भगवती के बदले परीक्षा दी थी. इंदुबाला और भगवती को पहले ही एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है.
6 महीने से फरार थी ईनामी वर्षा बिश्नोई
वर्षा बिश्नोई पिछले छह महीने से फरार थी, इसलिए उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. वह कोटा में विमला कुमारी ने नाम से रह रही थी. जोधपुर पुलिस को जब सूचना मिली तो उन्होंने अपनी साइक्लोन टीम को कोटा रवाना किया. कोटा में टीम ने पीजी के आसपास वर्षा की गतिविधियों पर नजर रखी. फिर टीम खुद पीजी में कमरा लेने के बहाने दाखिल हुई. जब टीम वर्षा के कमरे में पहुंची और उससे अपनी आईडी मांगी तो वर्षा ने फर्जी आधार कार्ड दिखाया.
पूछताछ में वर्षा ने गलत नाम बताया
अपना नाम विमला बताया. फिर जब टीम ने भगवती और इंदुबाला के बारे में पूछा और गलत नाम बताने को लेकर कड़ा रुख दिखाया तो वर्षा ने बताया कि उसने पुलिस के डर से गलत नाम बताया था. एसआई भर्ती परीक्षा मामले में पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने डॉक्टर फिक्स इट ऑपरेशन का नाम रखा
जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने बताया कि हम काफी लंबे समय से वर्षा को ट्रेस कर रहे थे. इस बार ठोस इनपुट मिला था. क्योंकि मामला पेपर लीक से जुड़ा था, इसलिए हमने इसका नाम डॉक्टर फिक्स इट रखा. क्योंकि यह लीकेज रोकने का काम करता है. साथ ही आरोपी का नाम भी वर्षा था. इससे पहले भी जोधपुर पुलिस ने शम्मी विश्नोई को इसी तरह का ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया था.
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