Sikar Leopard Attack: राजस्थान में आए दिन अलग-अलग जिलों में लेपर्ड का आतंक देखने को मिल रहा है. बीते दिनों उदयपुर में लेपर्ड के हमले में 10 लोगों की मौत हुई थी. जिसके बाद अलवर, दौसा और जयपुर में भी लेपर्ड का मूवमेंट देखने को मिला था. इसके बाद अब प्रदेश के सीकर में एक बार फिर से लेपर्ड का मूवमेंट देखने को मिला है.
गुरुवार को सीकर के किकरालिया गांव के थालौड़ों की ढाणी में लेपर्ड के पद चिन्ह और फसल में बैठे लेपर्ड को देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल हो गया. इसके बाद ग्रामीणों ने फसल में बैठे लेपर्ड की सूचना सीकर वन विभाग के अधिकारियों को दी.
गांव के खेतों में छिपा हुआ है लेपर्ड
सूचना मिलने के बाद सीकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को भी लेपर्ड के हमले से सतर्क रहने की हिदायत दी है. ग्रामीणों के अनुसार, लेपर्ड किकरालिया के थालौड़ों की ढाणी के एक खेत में खड़ी फसल के बीच में बैठा हुआ था.
इसके बाद वन विभाग की टीम सहित ग्रामीणों भी हाथों में लाठी-डंडे लेकर लेपर्ड पर नजर बनाए हुए हैं. फिलहाल जयपुर से लेपर्ड को ट्रॅकुलाइज करने के लिए वन विभाग की टीम को बुलाया गया है. जयपुर से वन विभाग की टीम सीकर पहुंचने के बाद लेपर्ड को ट्रॅकुलाइज करने की कार्यवाई की जाएगी.
1 महीने पहले भी आया था लेपर्ड
आपको बता दे की करीब 1 महीने पहले भी सीकर शहर के नजदीकी कुडली गांव और उससे पहले शहर के जयपुर रोड पर भी लेपर्ड आया था. जहां से भी जयपुर वन विभाग की टीम लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर ले गई थी.
अब एक बार फिर किकरालिया के थालौड़ों की ढाणी में नजदीकी पहाड़ियों से लेपर्ड आबादी क्षेत्र में आ गया. प्रदेश में बढ़ते हुए लेपर्ड के हमलों को देखते हुए सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए.
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