
Rajasthan University: राजस्थान यूनिवर्सिटी और इससे जुड़े कॉलेज महाराजा, महारानी, कॉमर्स, राजस्थान और विधि कॉलेज में रैगिंग करने वालों की खैर नहीं है. रैगिंग रोकने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी का गठन कर लिया गया है. रैगिंग करने वाले छात्र और छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर लिया गया है.
छात्र-छात्राओं की गतिविधियों पर नजर
इस कमेटी में डीन स्टूडेंट वेलफयेर (DSW), चीफ प्रॉक्टर, चीफ वार्डन पुरुष और महिला, एसजीआरसी अध्यक्ष, डिप्टी रजिस्ट्रार, डॉ. ओपी सिरावी और डॉ. प्रीति शर्मा सदस्य होंगे, जो विश्वविद्यालय कैंपस, हॉस्टल, कैंटीन और लाइब्रेरी जैसी प्रमुख जगहों पर हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखेंगे. इसके अलावा कैमरे से भी नजर रखी जाएगी.
अब जिला स्तर पर भी एंटी रैगिंंग कमेटी का गठन करना होगा
यूजीसी की इस नई पहल के तहत कॉलेजों में अब जिला स्तर पर एंटी रैगिंग कमेटी का गठन करना होगा, जिसमें कलेक्टर, उपायुक्त, जिला मजिस्ट्रेट समिति का अध्यक्ष होगा. विवि या कॉलेज के प्रमुख, पुलिस अधीक्षक या जिले के एसएसपी को सदस्य होना चाहिए. अपर जिलाधिकारी सदस्य सचिव होंगे.
एंटी-रैंगिंंग कमेटी से शिकायत कराने का अधिकार
अगर किसी छात्र से रैगिंग की जाती है, तो उसे संस्थान की एंटी-रैगिंग कमेटी के पास शिकायत दर्ज कराने का अधिकार है. अगर संस्थान कार्रवाई करने में विफल रहता है, तो छात्र पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर सकता है, और प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करा सकता है.
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