Ranthambore National Park: सवाईमाधोपुर के रणथम्भौर नेशनल पार्क में इन दिनों पर्यटकों की खासी भीड़ जुट रही है. भारी में भीड़ बढ़ने के कारण शनिवार को रणथंभौर की टिकट बुकिंग विंडो पर जोरदार हंगामा देखने को मिला. टिकट नहीं मिलने से नाराज पर्यटकों ने टिकट विंडो पर जमकर हंगामा किया और वनाधिकारियों व कर्मचारियों को खूब खरीखोटी सुनाई. इस दौरान गुस्साए पर्यटकों ने रणथंभौर के वनाधिकारियों व कार्मिकों को भ्रष्ट और चोर तक कह दिया. साथ ही अपने लोगों से रणथंभौर नहीं आने के लिए कहने की बात भी कहीं.
विभाग की खिड़की से नहीं मिल रहा टिकट
वहीं पर्यटन से जुड़े वनाधिकारियों ने पर्यटकों के आरोपों को सिरे से नकार दिया है और संख्या से अधिक पर्यटक आने व अवेलेबल टिकट के आधार पर बुकिंग किए जाने की बात कही. पर्यटन विंडो पर टिकट नहीं मिलने से नाराज पर्यटकों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर टिकट ब्लैक करने का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया. पर्यटकों के अनुसार, टिकट बुकिंग विंडो से टिकट देना निर्धारित किया हुआ है, लेकिन विभाग की टिकट खिड़की से पर्यटकों को टिकट नहीं मिल रहा है.
टिकट नहीं मिलने से करीब 20 से 25 मिनट तक पर्यटकों का जमकर हंगामा देखने को मिला. पर्यटकों ने वन विभाग पर टिकटों की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया और कहा कि यहाँ टिकट की कालाबाजारी का गड़बड़झाला गत दो साल से चल रहा है. पर्यटकों के आरोप पर रणथम्भौर के उप वन संरक्षक पर्यटन प्रमोद धाकड़ ने बताया कि वीकेंड के दौरान रणथम्भौर में पर्यटकों की ज्यादा ही भीड़ रहती है. ज्यादा भीड़ के चलते विभाग की ओर से 15 पर्यटक वाहन बढ़ाकर जंगल में भेजे जा रहे हैं.
भीड़ बढ़ने से टिकट की दिक्कत- वन विभाग
फिलहाल 15 में से 9 कैंटर पार्क भ्रमण के लिए भेजे जा रहे हैं. भीड़ अधिक होने से सभी पर्यटकों को टिकट मिलना संभव नहीं है. 400 आदमी पर्यटन के लिए आए हैं. संख्या के अनुसार, 150 आदमी की बुकिंग के लिए 9 केंटर दिए गए हैं. रविवार को यदि सीट खाली रहेगी तो टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे. बता दें कि रणथम्भौर में वीकेंड में रोजाना लगभग तीन हजार पर्यटक जंगल सफारी के लिए जाते हैं. यहां एनटीसीए की गाइड लाइन के अनुसार, 144 पर्यटक वाहन भेजे जाते हैं.