
Rajasthan News: राजस्थान के सवाई माधोपुर में बाघों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. बाघ कभी इंसानों पर हमला कर रहे हैं तो कभी पालतू पशुओं का बाघ अपना शिकार बना रहे हैं. रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से दर्शन कर लौट रहे एक बच्चे की बाघ के हमले में मौत को एक हफ्ते नहीं हुए, उससे पहले रणथंभौर के पुराने शहर स्थित राधा गोविंद मंदिर में घुसकर दो गायों का बाघ ने अपना शिकार बना लिया है. गायों के शव के पास बाघ के पैरों के निशान भी मिले हैं.
मंदिर परिसर में घुस आया बाघ
राधा गोविंद मंदिर के पुजारी जितेंद्र जोशी ने बताया कि वह बीती रात मंदिर में पूजा करने के बाद गायों को चारा डालकर बांधकर आए थे. जिसके बाद रात में रणथंभौर की पहाड़ी से टाइगर मंदिर परिसर में आ गया और दो गायों को अपना शिकार बना लिया. आज जब पुजारी मंदिर में पूजा करने पहुंचे तो मंदिर परिसर में दोनों गाय पड़ी हुईं थीं.
गायों के शव के पास बाघ के पैरों के निशान भी मिले हैं. पुजारी ने कहा कि गनीमत यह थी कि रात को मंदिर में कोई नहीं था, वरना बड़ी घटना हो सकती थी. इससे पहले भी इसी इलाके में एक तेंदुए ने गाय को अपना शिकार बनाया था. मंदिर में बाघ द्वारा गाय का शिकार करने के बाद इलाके के लोगों मे दहशत व्याप्त है.
बच्चे को उठा ले गया था बाघ
बता दें कि 16 अप्रैल को रणथंभौर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करके लौट रहे एक बच्चे को बाघ उठा ले गया था. बच्चा बूंदी के देहीखेड़ा थाना क्षेत्र में गोहटा से अपनी दादी और चाचा के साथ त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन के लिए आया था. मंदिर में दर्शन करने के बाद वह वापस लौट रहा थी. इसी दौरान जंगल से निकलकर एक बाघ आया और उसे उठा ले गया. काफी तलाश के बाद बच्चे का शव बरामद हुआ है.
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