Sheo Assembly Constituency: जैसलमेर की शिव विधानसभा सीट से इस बार रोचक मुक़ाबला देखने को मिल रहा है. शिव से भारतीय जनता पार्टी ने स्वरूप सिंह खारा को प्रत्याशी बनाया है. इसके बाद पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रहे दो बड़े नेताओं ने बगावत कर दी है. हालांकि बाद में 2018 में भाजपा प्रत्याशी रहे जिला उपाध्यक्ष खंगार सिंह सोढा को मना लिया गया है, जबकि रविंद्र सिंह भाटी व जालम सिंह ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी पर्चा दाखिल किया है.
10 दिन पहले भाजपा में शामिल हुए भाटी हुए बागी
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे रविंद्र सिंह भाटी करीब 10 दिन पहले भाजपा में शामिल हुए थे. जयपुर में राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. रविंद्र सिंह भाटी भी शिव विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे. उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र में जन संवाद यात्रा निकालकर चुनाव लड़ने की तैयारी की थी, लेकिन उनका टिकट कटने के बाद 10 दिन में ही उन्होंने भाजपा से बगावत की घोषणा करते हुए सोमवार को निर्दलीय रूप से अपना नामांकन दाखिल कर दिया
भाटी ने 10 दिन में ही भाजपा से मोहभंग होने के सवाल पर जवाब देते हुए रविंद्र भाटी ने कहा कि जब उन्होंने पार्टी ज्वाइन की थी तब परिस्थितियों अलग थीं. उन्होंने पार्टी से शिव विधानसभा क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने जनता की पुकार नहीं सुनी. इसके बाद जनता ने आदेश दिया कि रविंद्र सिंह आपको हमारे लिए निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ेगा.
जालम सिंह रावलोत RLP से मैदान में
वहीं, शिव विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रहे एवं भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष जालम सिंह रावलोत ने स्वरूप सिंह खारा को टिकट दिए जाने का जमकर विरोध करते हुए बगावती तेवर अपना रखे थे. उन्हें मनाने के प्रयास भी किए गए, लेकिन उन्होंने रविवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन थाम लिया. अब वो शिव से RLP के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस से फतेह खान भी हुए बागी
उधर, बग़ावत की चिंगारी कांग्रेस के भीतर भी सुलग रही है. शिव विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट के प्रबल दावेदार माने जाने वाले पिछले 15 सालों से जिला अध्यक्ष फतेह खान ने अमीन खान को टिकट दिए जाने के बाद बगावत का बिगुल फूंक दिया है. फतेह खान को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने किसी बात पर भी समझौता करने से इंकार करते हुए सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया.
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