Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर संभाग में पिछली दिवाली के दौरान UCO बैंक के सर्वर में तकनीकी खामी का फायदा उठाकर जोधपुर संभाग और आसपास के ग्रामीण इलाके के कई लोगों ने आईडीएफसी बैंक से 850 करोड़ रुपए की हेराफेरी कर ली थी. इस मामले में बैंक ने 650 करोड़ रुपए तो बचा लिए थे, लेकिन 200 करोड़ में से बैंक को वापस बहुत कम राशि मिली. जिसकी रिपोर्ट जयपुर के साइबर थाने में दर्ज हुई और कुछ लोगों को पकड़ा भी गया. राशि बड़ी थी, खाताधारक भी बहुत ज्यादा थे लिहाजा मामला सीबीआई के पास पहुंचा और अब सीबीआई जोधपुर संभाग और बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर सहित आसपास के इलाकों में दबिश देकर हेराफेरी करने वाले लोगों की धरपकड़ कर रही है.
बताया गया है कि इस केस के लिए सीबीआई की 70 से अधिक टीमें कार्रवाई में जुटी हुई हैं. यह टीमें जोधपुर शहर से बाहर एक रिसॉर्ट में रुकी हुई है जो सुबह जल्दी वहां से निकल कर जोधपुर के अलग-अलग इलाकों में जाकर जांच कर रही है. बताते हैं सीबीआई करीब 100 जगह पर जांच कर रही है.
दिलचस्प है बैंक से हेराफेरी का मामला
दरअसल, गत नवंबर 2023 में दिवाली से ठीक पहले कुछ लोगों को इस बात की जानकारी लगी कि यूको बैंक में एमपीएस (MPS) या यूपीआई (UPI) से पेमेंट ट्रांसफर करने पर पैसा कट नहीं रहा था. यह बात आग की तरफ फैली. खासकर, ग्रामीण इलाकों में तो ऐसे लोग रातों रात लखपति बन गए. लोग आईडीएफसी व यूको बैंक के खाताधारकों की तलाश करने लगे. कोई कमीशन के लालच में तो कोई अपनी कमाई के चक्कर में खातों के नंबर एक-दूसरे से शेयर करने लगे. दिवाली पर जब बैंकों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने ऐसे ट्रांजेक्शन तलाशने शुरू किए और बड़ी संख्या में खाते फ्रीज कर उनमें जमा राशि को डेबिट कर लिया. बैंक ने हेराफेरी से ट्रांसफर हुई राशि को वसूलने के लिए हर संभव कोशिश की, लेकिन वसूली ज्यादा हो नहीं सकी. चूंकि मामला बैंकों और करोड़ों की वित्तीय हेराफेरी से जुड़ा है इसलिए अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है.
चिन्हित किये गए खाताधारकों की हो रही धरपकड़
सीबीआई की टीमें जोधपुर संभाग के अलावा जोधपुर के ग्रामीण इलाकों में सक्रिय है. खासकर, लोहावट में ज्यादा मामले हुए थे, इसलिए वहां के खाताधारकों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है. इस केस में जोधपुर की पाल रोड स्थित ब्रांच के एक खाते को भी शामिल किया गया है. इसी खाते से पूरी कारस्तानी की शुरुआत होने की जानकारी सामने आ रही है. इस खाताधारक ने करीब 2 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए, जिनमें से 97 लाख रुपए खाते से निकाल भी लिए थे.
अब देखना है सीबीआई कब इस पूरे मामले का खुलासा करती है. लेकिन सीबीआई द्वारा चलाए जा रहे अभियान को लेकर खबरें सामने आने के बाद में जिन लोगों ने बैंकों से फ्रॉड करने की कोशिश की थी उनकी धड़कनें बढ़ी हुई है.
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