Rajasthan News: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद शुरू हुआ बवाल अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जगह-जगह टिकट के दावेदार अपने समर्थकों के साथ मिलकर धरने, प्रदर्शन कर रहे हैं. सांचौर सीट पर भी एक ऐसी ही सियासी जंग छिड़ी हुई है, जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. यहां से बीजेपी ने सांसद देवजी पटेल को टिकट दे दिया है, जिसका जमकर विरोध किया जा रहा है. इस सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे जीवाराम चौधरी व दानाराम चौधरी के समर्थक इतने नाराज हैं कि 6 मंडल अध्यक्ष और 18 महामंत्री के बाद अब बीजेपी के 168 पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.
भाजपा पदाधिकारियों ने बताया कि सांचौर विधानसभा क्षेत्र के सभी मंडल पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष, शक्ति केंद्र संयोजक व सभी बुथों के अध्यक्ष सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया, जिसमें शक्ति केंद्र सयोजक के 9 बूथ के 64 व बूथ अध्यक्ष 104 सहित 168 ने पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया. इन्होंने बताया की संगठन एवं भाजपा कार्यकर्ताओं की भावनाओं को दरकिनार कर अप्रत्याशित रूप से सांसद देवजी पटेल को प्रत्याशी बनाने से पदाधिकारी व कार्यकर्ता आहत है. उन्होंने बताया कि धरातल पर पिछले 5 वर्षों से संगठन के प्रत्येक कार्य में भागीदारी पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी व पूर्व प्रत्याशी दानाराम चौधरी ने निभाई थी, लेकिन पार्टी में अचानक टिकट सांसद पटेल को दे दी, जिसके बाद कार्यकर्ता व पदाधिकारी इस्तीफे दे रहे हैं.
'मैंने कोई धोखा नहीं दिया'
सांसद देवजी पटेल और टिकट की दावेदारी कर रहे पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी व दानाराम चौधरी गलीफा में एक सामाजिक कार्यक्रम में एक जाजम पर बैठे दिखे. सामाजिक कार्यक्रम के दौरान भी आपसी मनमुटाव सामने आया. जीवाराम चौधरी द्वारा टिकट को लेकर अपनी दावेदारी जताने पर उन्होंने देवजी पटेल से अपनी दावेदारी वापिस लेने की बात कही. लेकिन सांसद देवजी पटेल ने कहा, 'पार्टी द्वारा टिकट देने की जानकारी उनको घोषणा होने के बाद ही पता चली. मैंने किसी प्रकार का कोई धोखा नहीं किया है. जबकि पार्टी द्वारा टिकट काटने का मुख्य कारण जयपुर में जीवाराम चौधरी समर्थकों द्वारा पार्टी मुख्यालय पर तख्तियों के साथ विरोध प्रदर्शन करने से कटा है.'
सांसद ने दिया ऑफर
इस दौरान जीवाराम चौधरी ने कहा, 'फिल्ड में कार्य कोई करें और टिकट कोई लेकर आ जाए, यह स्वीकार नहीं है. देवजी पटेल पार्टी के पास जाएं और बोलें कि यह व्यवस्था उनसे पार पड़ने वाली नहीं है और दोनों प्रत्याशी दानाराम व जीवारामा चौधरी में से किसी को भी टिकट दे दो.' जिस पर सांसद के साथ बैठे लोगों ने ऐसा करने से इनकार किया. इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोग बोले कि ये लेकर आ गए हैं. इनको जीतने नहीं देंगे. जिस पर सांसद पटेल ने कहा कि पहले आप दोनों एक दूसरे का टिकट कटवाने के लिए दौड़ रहे थे. अब दोनों एक कैसे हो गए. सांसद ने कहा कि आप पार्टी का निर्णय मान लो और मेरा साथ दो. आपकी जो शर्ते होगी वो मंजूर होगी. जिस पर पूर्व विधायक ने कहा कि टिकट जब तक नहीं बदलती तब तक कोई विचार नहीं होगा.