
Sanwaliya Seth Shobayatra Pictures: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सुप्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ की शोभायात्रा शनिवार को निकाली गई. शोभायात्रा में शामिल भक्तों के सैलाब से चित्तौड़गढ़ की सड़के पटी नजर आई. हाथी, घोड़ें, ऊंट, बैंड के साथ-साथ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सड़कों पर सांवलिया सेठ के जयकारे लगाते नजर आई. देखें सांवलिया सेठ की शोभायात्रा की तस्वीरें.
मेले के दूसरे दिन शनिवार को राजभोग आरती के बाद भगवान के बाल विग्रह को चांदी के रथ में बिराजमान किया गया. इस दौरान श्री सांवलिया सेठ की विशेष आरती की गई. परंपरागत वाद्य यंत्रों और ढ़ोल नगाड़ों की थाप पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया और मंदिर परिसर में भगवान के साथ श्रद्धालुओं ने गुलाल भी खेली.

सुप्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ की शोभायात्रा.
बाद में भक्त रथ को खींचते हुवे मंदिर से बाहर लाए. रथयात्रा में राम दरबार, कृष्ण-सुदामा मिलन झांकी, राधा-कृष्ण झांकी, शिव परिवार झांकी महाकाल झांकी, बाहुबली हनुमान झांकी शेरावाली माँ की झांकी की भव्य प्रस्तुतियां दी गई.
शोभायात्रा के दौरान करीब 15 से अधिक घोड़ों से भी करतब दिखाए. अश्व पालकों ने तरह - तरह के घोड़ों से डांस भी करवाएं. भगवान सांवलिया सेठ की रथ यात्रा करीब 7 घंटे तक चली.

शोभायात्रा में घोड़ों का करतब.
शाम को यह रथ यात्रा सांवलिया सरोवर घाट पहुंची जहां भगवान को जल स्नान कराया गया और भगवान की विशेष पूजा की गई. भगवान सांवलिया सेठ के मेले में लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. मेले को लेकर प्रशासन की और से विशेष व्यवस्थाएं की गई है.
शनिवार रात्रि के कार्यक्रम
शनिवार को रात्रि में मेला ग्राउंड, मीरा रंगमंच और गोवर्धन रंगमंच पर विशाल भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसमें भगवत सुथार मय दल द्वारा रात्रि 9 बजे से मेला ग्राउण्ड (मीरा रंगमंच) तथा पूजा नथानी मय दल द्वारा : मेला ग्राउण्ड (गोवर्धन रंगमंच) पर भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा.
मेले का समापन रविवार को होगा. शाम को 7 बजे मेला ग्राउंड, मीरा रंग मंच स्टेज पर समापन समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस दिन दिव्यांगों को मोटोराईज्ड स्कूटी वितरण एवं प्रतिभावान विद्यार्थी सम्मान समारोह आयोजित होगा. साथ ही वीणा कैसेट्स द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी.

शोभायात्रा में उमड़ा भक्तों का हुजूम.
श्री सांवलियाजी में मेले के पहले दिन रात्रि को कवि सम्मेलन एवं विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन में कवि सुरेन्द्र शर्मा, सत्यनारायण सतन, विवेक पारीक, जॉनी बैरागी, भुवन मोहिनी, विष्णु सक्सेना, मुन्ना बैट्री, नवल सुधांशु, प्रवीण राही सहित कवियों ने श्रृंगार, हास्य, वीर रस की कविताएं पेश की.
कवि सम्मेलन में मंच संचालन कवि अजातशत्रु ने किया. कवि सम्मेलन की शुरुआत कवित्री नमिता नमन ने सरस्वती वंदना से की. इसके पश्चात कवि प्रवीण राही ने सैनिकों पर कविता पाठ किया. कवि विवेक पारीक ने "विरोध हो विराट या विपत्तिया विशाल हो ...", नवल सुधांशु ने "गीत मेरा अधरों को तरसा..." , कवियत्री डॉ. भुवन मोहिनी ने "हो गई रे बावरिया दुनिया हो गई रे..." आदि कविताएं पेश कर समां बांध दिया.

सांवलिया सेठ की शोभायात्रा की तस्वीर.
कवि मुन्ना बैटरी, जॉनी बैरागी ने हास्य रस के माध्यम से दर्शकों को गुदगुदाया. कवि विष्णु सक्सेना ने गीत प्रस्तुत किए. कवि सम्मेलन में कवि सुरेंद्र शर्मा, सत्यनारायण सत्तन ने अपनी प्रस्तुतियां दी.
कवि सम्मेलन में सांसद सीपी जोशी, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, अतिरिक्त जिला कलक्टर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार, अतिरिक्त कलेक्टर भू-अर्जन सुरेंद्र सिंह पुरोहित, सांवलियाजी के मेला प्रभारी एडीएम विनोद मल्होत्रा, मंदिर मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, कपासन प्रधान, भदेसर SDM विजयेश कुमार पांड्या, तहसीलदार सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और मंदिर मंडल के सदस्य गण उपस्थित रहे.
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