Rajasthan News: राजस्थान में डीडवाना के राजकीय सोनी देवी सोमानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिविर आयोजित हुआ, जिसमें छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी गई. शिविर के पहले चरण में टीचर्स को ट्रेनिंग मिली. इसके बाद उन्होंने छात्राओं को ट्रेंड किया. राजस्थान पुलिस अकादमी के ट्रेनर्स ने ट्रेनिंग दी. शिक्षकों को कराटे, मार्शल आर्ट और पंचेस ब्लॉकिंग सिखाया. अब ये टीचर स्कूल की छात्राओं को सिखाएंगे.
साइबर क्राइम और फ्रॉड के बारे में भी बताया
अभियान का मकसद है कि छात्राएं अपने आप को सुरक्षित समझें और छेड़छाड़ करने पर खुद बचाव कर सकें. ट्रेनिंग के दौरान बताया कि कैसे मुसीबत में खुद को बचाया जा सके. इस तकनीक के बारे में बताया गया. मास्टर ट्रेनर ने बताया कि समाज में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती आपराधिक घटनाओं को देखते हुए छात्राओं की आत्मरक्षा के लिए ये शिविर बहुत जरूरी है. प्रशिक्षण लेने वाली शिक्षिकाओं ने बताया कि इस बार प्रशिक्षण शिविर में पहली बार आत्मरक्षा प्रशिक्षण के साथ साइबर क्राइम और फ्रॉड के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
प्रशिक्षण से छात्राओं में जगेगा आत्मरक्षा का भाव
प्रशिक्षण के बाद शारीरिक शिक्षिकाएं अपने-अपने विद्यालयों में छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगी, जिससे छात्राओं में आत्मरक्षा का भाव जागेगा. वे परिस्थितियों के मुताबिक अपने आप को उसमें ढाल पाएंगी. स्कूल जाने पर बेटियों की सुरक्षा को लेकर उनके माता-पिता चिंतित रहते हैं. ऐसे में यदि उनकी बच्चियां आत्म सुरक्षा में सक्षम होंगी तो उनकी चिंता कुछ कम हो जाएगी.
हर साल आयोजित किए जाते प्रशिक्षण शिविर
राजस्थान सरकार प्रदेश में स्कूली छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सजग है. इसी सिलसिले में प्रदेश भर में स्कूली छात्राओं को आत्मरक्षा में पारंगत करने के लिए रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर हर साल आयोजित किए जाते हैं. इन शिविरों के पहले चरण में विद्यालयों के शारीरिक शिक्षिकाओं और शिक्षकों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाता है फिर वे सभी अपने अपने विद्यालयों में छात्र छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हैं.
ये भी पढ़ें:- खाटूश्यामजी कॉरिडोर के विरोध में आज पूरा खाटू कस्बा बंद, बजट में 100 करोड़ का हुआ था ऐलान