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जैसलमेर के कॉलेजों में लेक्चरर की कमी, छात्रों के भविष्य पर गहराया संकट

जैसलमेर के सरकारी कॉलेज गेस्ट फेकल्टी के भरोसे चल रहा है. यहां कई सीटें खाली होने के बावजूद भर्ती नहीं होने से बच्चों के भविष्य पर गंभीर खतरा नजर आ रहा है.

जैसलमेर के कॉलेजों में लेक्चरर की कमी, छात्रों के भविष्य पर गहराया संकट
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rajashan News: पश्चिमी सरहद पर बसा राजस्थान का अंतिम जिला जैसलमेर में शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ापन आज भी जस का तस बना हुआ है. जिले के होनहारों ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा में अपना परचम जरूर लहरा दिया है. लेकिन अब उनके सामने कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने के लिए बड़ी मुसीबत आ गई है. जैसलमेर जिले में सरकार द्वारा 11 कॉलेज संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें पढ़ाने के लिए 137 व्याख्याता होने चाहिए लेकिन 32 व्याख्याता ही है. ऐसे में कॉलेज में पढ़ाई कैसे चल रही है सरकार इस ओर बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है. अब इसका खमियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है.

बच्चों की पढ़ाई पर असर

पिछली गहलोत सरकार में जिले में 7 नए कॉलेज संचालन की स्वीकृति तो दे दी. लेकिन अभी तक कई कॉलेजों में एक भी व्याख्याता नहीं लगाया गया है. जिससे बच्चों को कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. सरकार द्वारा जैसलमेर में SBK महाविद्यालय और MLS महिला महाविद्यालय, पोकरण में बॉयज और गर्ल्स कॉलेज, सांकड़ा, भणियाणा और फतेहगढ़, रामगढ़, मोहनगढ़, नाचना और सांकड़ा में कॉलेज तो खोल दिए गए है.

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वैकेंट पड़ी है सीटें

कॉलेज में व्याख्याताओं को नियुक्ति नहीं देने से विद्यार्थियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. जैसलमेर के सबक महाविद्यालय में कुल 36 पद स्वीकृत है, जिसमें से 24 पद रिक्त हैं. वही MLA महिला महाविद्यालय में 17 में से 8 पद रिक्त है. पोकरण बॉयज कॉलेज में 17 मेसे 12 पद रिक्त है. पोकरण गर्ल्स कॉलेज में 11 में से 4 पद रिक्त है. वहीं फतेहगढ़ में केवल 7 में से 1 व्याख्याता के पास प्रिंसिपल का चार्ज है, बाकी के 6 पद रिक्त है.

जैसलमेर में 4 कॉलेज पहले से संचालित हैं, जिनमें 81 पद स्वीकृत है, जिसमें 49 पद रिक्त है. वहीं फतेहगढ़ में 7 में से 6 पद रिक्त है. अन्य सभी 6 कॉलेजों ऐसे है जहां एक भी व्याख्यता नहीं है. कुल 137 स्वीकृत पदों पर 32 व्याख्याताओं के भरोसे काम चल रहा है. सरकार ने इन कॉलेजों को संचालित करने के लिए विद्या संबल योजना के तहत व्याख्याता लगाने के प्रयास किए है. पिछले सालों में भी इसी योजना के तहत राजशेष कॉलेजों को गेस्ट फैकल्टी मिली थी. 

कॉलेज में व्याख्याताओं को नियुक्ति नहीं देने से विद्यार्थियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. जैसलमेर के सबक महाविद्यालय में कुल 36 पद स्वीकृत है,जिसमें से 24 पद रिक्त है.वही MLA महिला महाविद्यालय में 17 में से 8 पद रिक्त है.पोकरण बॉयज कॉलेज में 17 मेसे 12 पद रिक्त है. पोकरण गलर्स कॉलेज में 11 मेंसे 4 पद रिक्त है. वही फतेहगढ़ मे केवल 7 में से 1 व्याख्याता के पास प्रिंसिपल का चार्ज है बाकी के 6 पद रिक्त है. अन्य सभी 6 कॉलेजों ऐसे है जंहा एक भी व्याख्यता नहीं है.

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